क्या 2025 में धार्मिक स्थलों पर आस्था का सैलाब उमड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- महाकुंभ में 60 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे।
- अयोध्या राम मंदिर में 50 करोड़ भक्त आए।
- मां वैष्णो देवी के दर्शन की संख्या 63.68 लाख।
- बाबा महाकाल में 6 करोड़ भक्तों ने दर्शन किए।
- बाबा केदारनाथ में 19 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 में धार्मिक यात्राओं, पर्वों और विशेष आयोजनों की भरपूर मात्रा नजर आई। महाकुंभ मेले से लेकर देशभर के प्रमुख मंदिरों में भक्तों ने बड़ी संख्या में दर्शन किए।
साल 2025 के अंत से पहले हम आपके लिए देश के उन प्रमुख धार्मिक स्थलों की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं, जहां पर सबसे ज्यादा भक्तों की संख्या पहुंची।
इस साल की शुरुआत महाकुंभ से हुई, जहां देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। अनुमान है कि महाकुंभ मेले में स्नान करने के लिए लगभग 60 करोड़ लोग पहुंचे, जबकि प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष बाद अयोध्या राम मंदिर के दर्शन के लिए 50 करोड़ श्रद्धालु आए। कुल मिलाकर अयोध्या और महाकुंभ में 110 करोड़ भक्तों ने दर्शन और स्नान किया।
कटरा में स्थित मां वैष्णो देवी का मंदिर हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थल है, जहां दिसंबर की शुरुआत तक 63.68 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष 2024 में 94.83 लाख भक्त आए थे। इस वर्ष भूस्खलन के चलते यात्रा पर कुछ समय के लिए अस्थायी रोक लगाई गई थी।
द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में इस साल लगभग 7.25 करोड़ भक्त दर्शन के लिए पहुंचे हैं। विशेष रूप से, 28 दिसंबर को 4 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए आए। नए साल के कारण भीड़ और बढ़ने की संभावना है।
उज्जैन में स्थित बाबा महाकाल के मंदिर में भी इस साल भक्तों ने दर्शन की सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। 2025 में बाबा महाकाल के दर्शन 6 करोड़ लोगों ने किए और मंदिर में 1,000 करोड़ से अधिक का दान भी प्राप्त हुआ। यह आंकड़ा पिछले दो सालों की तुलना में काफी अधिक है।
साल 2024 में बांके बिहारी मंदिर और मथुरा-वृंदावन के अन्य धार्मिक स्थलों पर 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। अभी तक 2025 के आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन अनुमान है कि इस साल लगभग 40-50 लाख भक्त दर्शन के लिए आ सकते हैं।
बाबा केदारनाथ के कपाट साल में छह महीने ही खुलते हैं, लेकिन इस बार पिछले वर्ष की तुलना में अधिक भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए। इस साल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आंकड़ा 19 लाख रहा, जबकि पहले 16 लाख भक्त आए थे।