क्या 26 राज्यों के व्यापारियों ने पीएम मोदी की स्वदेशी अपील 'भारतीय सामान, हमारा स्वाभिमान' का समर्थन किया?

सारांश
Key Takeaways
- स्वदेशी उत्पादों का समर्थन
- व्यापारी समुदाय की एकजुटता
- देशभर में जागरूकता फैलाना
- ऑनलाइन व्यापार के मुद्दों पर चर्चा
- भारतीय सामान का प्रयोग बढ़ाना
नई दिल्ली, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में रविवार को अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में 26 राज्यों के 150 से अधिक व्यापारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल भी उपस्थित रहे।
भाजपा सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को काशी में व्यापारियों से केवल स्वदेशी सामान बेचने और जनता से भारतीय उत्पादों का उपयोग करने की अपील की। इस कार्यक्रम में 26 राज्यों के 150 से अधिक व्यापारी नेताओं ने प्रधानमंत्री की अपील का जोरदार समर्थन किया है। सभी ने एक स्वर में कहा है कि दुकानों पर भारत में बनी वस्तुएं बिक्री के लिए रखी जाएंगी और घरों में भी भारत निर्मित वस्तुओं का इस्तेमाल बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के स्वदेशी आह्वान को संकल्प रूप देते हुए 'भारतीय सामान, हमारा स्वाभिमान' अभियान की शुरुआत की गई है। देशभर के विभिन्न शहरों से आए व्यापारियों की उपस्थिति में, इस दो दिवसीय सम्मेलन में चर्चा होगी कि स्वदेशी क्रिएटिव्स और वीडियो के जरिए जनजागरण कैसे बढ़े, शहर-शहर पर्चे और मोहल्ला स्तर पर संवाद कैसे हो, ग्राउंड डेटा नीति निर्धारण का आधार कैसे बने और मीडिया, सांस्कृतिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों को इस आंदोलन से कैसे जोड़ा जाए। यह सम्मेलन नहीं, स्वदेशी का संगठित जनआंदोलन है।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में ऑनलाइन व्यापार, जीएसटी, ई-कॉमर्स जैसे कई राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर स्वदेशी को बढ़ावा देने पर विशेष चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान 'स्वदेशी खरीदें, स्वदेशी बेचें, स्वदेशी अपनाएं' को अपनाते हुए, व्यापारी एकजुट हो रहे हैं, ताकि आने वाला कल भारत को और मजबूत बना सके।
कार्यक्रम में आए व्यापारियों ने बताया कि इस मीटिंग में चर्चा के लिए कई मुद्दे हैं, लेकिन, पीएम मोदी की स्वदेशी पहल को आगे बढ़ाना ही प्राथमिकता है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि देशभर में फैले 48,000 से अधिक व्यापारी संगठनों की भागीदारी के साथ यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। हर राज्य और जिले में व्यापारी, उपभोक्ता और नागरिक समाज के साथ सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। सोशल मीडिया, पोस्टर, रैलियों और जन संवाद के माध्यम से लोगों को भारतीय उत्पाद अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूल, कॉलेज, व्यापार मंडल, एनजीओ और समाज के हर वर्ग को जोड़ा जाएगा।