क्या 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर 3000 से ज्यादा रॉकेट दागे? नरसंहार के जख्म दो साल बाद भी ताजे हैं

सारांश
Key Takeaways
- हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर 4,300 से अधिक रॉकेट दागे।
- इस हमले में लगभग 1200 लोग मारे गए।
- इजरायल ने हमास के ठिकानों पर आक्रमण शुरू किया।
- भारी संख्या में फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं।
- इस संघर्ष ने स्थायी शांति की आवश्यकता को उजागर किया है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हमास और इजरायल के बीच चल रहे टकराव को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के 20 सूत्रीय योजना पर चर्चा की जाएगी। यह संघर्ष गाजा में 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले से शुरू हुआ। इस हमले को अब दो साल होने जा रहे हैं।
7 अक्टूबर 2023 को हमास के इस हमले में लगभग 1200 से अधिक लोग मारे गए। इनमें महिलाएं, बच्चे, बूढ़े और कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस हमले में 300 से अधिक इजरायली सैनिक भी अपनी जान गंवा बैठे।
हमास के 7 अक्टूबर के हमले की भयानकता आज भी मन को झकझोर देती है। सामने आई तस्वीरों और रिपोर्टों के अनुसार, यह हमला अत्यंत क्रूर और अमानवीय था। आतंकियों ने आम नागरिकों को बर्बरता से मारा।
हमास ने इजरायल पर 4,300 से अधिक रॉकेट दागे, जिससे भारी तबाही मची। यह माना जाता है कि महज छह घंटों में हमास ने इजरायल को ऐसा गहरा आघात पहुँचाया जिसकी टीस लंबे समय तक महसूस की जाएगी। यह घटना वैश्विक इतिहास में सबसे क्रूर आतंकवादी हमलों में से एक मानी जाती है।
इस घातक घटना के बाद इजरायल ने गाजा में अपना ऑपरेशन शुरू किया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को समाप्त करने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि यदि हमास के लड़ाके गाजा नहीं छोड़ते हैं, तो वह इस शहर को नक्शे से मिटा देंगे।
7 अक्टूबर को हमास के हमले का जवाब इजरायल ने देना शुरू किया और गाजा में भारी तबाही मचाई। इजरायली डिफेंस फोर्स के सैनिकों ने ग्राउंड और वायु ऑपरेशन के माध्यम से हमास के ठिकानों को नष्ट करना शुरू किया।
इजरायल के सैनिक धीरे-धीरे गाजा में घुस गए और हमास के कई शीर्ष नेताओं को मार दिया। इस संघर्ष में फिलिस्तीनी नागरिकों का भयंकर नुकसान हुआ।
इस हमले के दो साल पूरे होने पर इजरायल वॉर रूम ने कहा, "7 अक्टूबर, 2023 को, हमास और अन्य आतंकवादियों ने दक्षिणी और मध्य इजरायल में नागरिकों पर 3,000 से अधिक रॉकेट दागे। इसी समय, आतंकवादियों ने गाजा से दक्षिणी इजरायल पर हमला किया और 0-91 वर्ष की आयु के 40 से अधिक देशों के लगभग 1,200 लोगों का नरसंहार किया। 251 लोगों को बंधक बना लिया गया; उनमें से 47 अभी भी गाजा में बंदी हैं।"
इजरायली मीडिया के अनुसार, युद्ध शुरू होने से अब तक 1,152 सुरक्षाकर्मी मारे गए। इनमें आईडीएफ के सैनिक, इजरायली पुलिस अधिकारी, और स्थानीय सुरक्षा दस्तों के सदस्य शामिल हैं। लगभग 42 प्रतिशत शहीद 21 वर्ष से कम आयु के थे।
भारी संख्या में फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं। हाल ही में गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिपोर्ट साझा की, जिसमें बताया गया है कि अब तक 66,005 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 168,162 लोग घायल हुए हैं।
-- राष्ट्र प्रेस
केके/एएस