क्या अदाणी ग्रुप का प्रोजेक्ट 'उत्थान' मुंबई के स्कूलों में 1.5 लाख बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- प्रोजेक्ट 'उत्थान' मुंबई में शिक्षा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- 1.5 लाख बच्चे इस पहल से सीधे लाभान्वित होंगे।
- यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सिद्धांतों के अनुरूप है।
- 316 प्रशिक्षित महिला 'उत्थान सहायकों' की नियुक्ति की जाएगी।
- अदाणी ग्रुप और बीएमसी का संयुक्त प्रयास शिक्षा में क्रांति लाने का वादा करता है।
मुंबई, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बुनियादी शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अदाणी फाउंडेशन और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने प्रोजेक्ट 'उत्थान' के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
अदाणी ग्रुप की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल का उद्देश्य शहर के 947 नगरपालिका स्कूलों के 1.5 लाख छात्रों के लिए फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी (एफएलएन) कौशल को बढ़ावा देना है।
यह पहल मुंबई में प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत करने की अदाणी ग्रुप की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
2021 से, प्रोजेक्ट उत्थान को बीएमसी, अदाणी फाउंडेशन और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी के बीच सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है, और यह शिक्षा पर केंद्रित है।
इसने मलाड, दहिसर, बोरीवली, चेंबूर और कुर्ला में स्थित 83 बीएमसी स्कूलों में बुनियादी शिक्षा में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे 25,000 से अधिक छात्रों को सीधा लाभ मिला है।
इस पहल ने पहले ही सीखने के परिणामों, छात्रों की सहभागिता और समावेशी कक्षाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण सुधार दर्ज किया है।
यह पहल केंद्र सरकार के निपुण भारत मिशन के साथ भी जुड़ी हुई है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के मूल सिद्धांतों को दर्शाती है।
शैक्षणिक मानकों से परे, प्रोजेक्ट उत्थान का लक्ष्य एक मजबूत बुनियादी शिक्षण वातावरण का निर्माण कर मुंबई की सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाना है।
यह पहल नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) 2027-28 में शहर के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए रणनीतिक रूप से जुड़ी है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा आवश्यक साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने में पीछे न रह जाए।
इस सफलता के आधार पर, इस परियोजना का विस्तार अब शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से 2027-28 तक किया जा रहा है ताकि 947 नगरपालिका स्कूलों में कक्षा 1 से 4 तक के 1.5 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचा जा सके। यह इसे भारत में अपनी तरह की सबसे बड़ी पहलों में से एक बनाता है।
इसका उद्देश्य एफएलएन को मजबूत करना है, जो एक बच्चे की शैक्षणिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इसके समर्थन के लिए, स्कूलों में 316 प्रशिक्षित महिला 'उत्थान सहायकों' की नियुक्ति की जाएगी। ये सहायक शिक्षकों के साथ मिलकर उन छात्रों की मदद करेंगी जो अनियमित या शैक्षणिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं।
इस पहल में कक्षा 10 के छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए छात्र-केंद्रित शिक्षण विधियां और शिक्षण सामग्री भी शामिल होंगी।
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी और अदाणी फाउंडेशन इस परियोजना के कार्यान्वयन की पूरी वित्तीय जिम्मेदारी ले रहे हैं, जबकि बीएमसी का शिक्षा विभाग आवश्यक लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चरल सपोर्ट प्रदान करेगा।