क्या अमित शाह ने अहमदाबाद में 330 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया?
सारांश
Key Takeaways
- अहमदाबाद में 330 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ।
- यह कदम शहरी अवसंरचना में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है।
- 173 परिवारों को उनके भूखंडों का कानूनी स्वामित्व मिला।
- प्रमुख शहरी क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था में सुधार होगा।
- भविष्य में अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का केंद्र बनेगा।
अहमदाबाद, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा आरंभ की गई 330 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। यह सरकार का कदम अहमदाबाद के शहरी अवसंरचना विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सभा में कहा कि यह कार्यक्रम छोटे स्तर पर आयोजित किया गया है, लेकिन इसका महत्व अत्यधिक है।
उन्होंने 1973 की साबरमती बाढ़ का उल्लेख करते हुए कहा कि लगभग पांच दशकों के बाद 173 प्रभावित परिवारों को उनके आवासीय भूखंडों का कानूनी स्वामित्व प्राप्त हुआ है।
उनका कहना था कि अहमदाबाद जैसे बड़े शहर में यह संख्या भले ही कम लगे, लेकिन इन परिवारों के लिए यह क्षण ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने स्थानीय विधायक अमितभाई ठाकर, अहमदाबाद के महापौर और नगर आयुक्त को 50 वर्षों से लंबित इस मुद्दे को सुलझाने के लिए संवेदनशील और निर्णायक कदम उठाने पर बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तरह की दीर्घकालिक समस्याओं का समाधान करुणापूर्ण और उत्तरदायी शासन की भावना को दर्शाता है।
उन्होंने उल्लेख किया कि पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी अहमदाबाद में वर्षों से लगभग 15 लाख निवासियों के पास व्यवस्थित जल निकासी व्यवस्था नहीं थी।
उन्होंने कहा कि एक सांसद के रूप में कई क्षेत्रों में सीवेज के ओवरफ्लो होते देखना उनके लिए कष्टदायक था।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में अमृत जैसी शहरी विकास योजनाओं का प्रभावी उपयोग करके शहरों में जीवन स्तर में सुधार किया गया है।
इस प्रयास के तहत लगभग 400 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 1,200 मिमी से 1,800 मिमी व्यास वाली बड़ी आरसीसी पाइपलाइनें बिछाई गई हैं।
इस अवसंरचना से गोटा, चांदलोडिया, साइंस सिटी, साउथ बोपल, भादज, हेबतपुर, थलतेज, बोपल-घुमा, बोडकदेव, वेजलपुर, सरखेज, मक्तमपुरा, जुहापुरा, फतेहवाड़ी, शांतिपुरा और सनाथल जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा और जल निकासी संबंधी समस्याओं का दीर्घकालिक समाधान मिलेगा।
अमित शाह ने कहा कि दशकों पुरानी मांगों को संवेदनशीलता के साथ पूरा करना करुणापूर्ण विकास की राजनीति का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि 2025 के अंत तक अहमदाबाद को अभूतपूर्व विकास और वैश्विक पहचान के वर्ष के रूप में याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भोजन, वस्त्र और आवास जैसी आवश्यक वस्तुएं प्रत्येक नागरिक के लिए सुलभ हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया हर निर्णय सबसे गरीब नागरिक के कल्याण को सर्वोपरि रखता है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण से लगातार जीवन की गुणवत्ता में सुधार और नागरिक सुविधाओं में वृद्धि हुई है।
उन्होंने यह भी बताया कि मियावाकी वन और ऑक्सीजन पार्क जैसी पहलों से हरित आवरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र सबसे हरे-भरे क्षेत्रों में से एक बन गया है।
उन्होंने बताया कि शहरी विकास बजट में 40 प्रतिशत की वृद्धि करके इसे 30,000 करोड़ रुपए कर दिया गया है और 2025 को 'शहरी विकास वर्ष' के रूप में मनाया जा रहा है। भविष्य की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का केंद्र बनने के लिए तैयार है और नागरिकों से शहर को स्वच्छ, सुंदर और हरा-भरा रखने के लिए सामूहिक रूप से प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया।
अहमदाबाद की महापौर प्रतिभा जैन ने शहर में शहरी बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को मजबूत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री शाह और मुख्यमंत्री पटेल के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।