क्या अहमदाबाद को मिली पहली ‘मेक इन इंडिया’ मेट्रो ट्रेन? सीएम पटेल ने किया सफर
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात को मिली पहली मेक इन इंडिया मेट्रो ट्रेन।
- टीटागढ़ रेल सिस्टम्स द्वारा निर्मित।
- अहमदाबाद में मेट्रो की बढ़ती मांग को पूरा करेगी।
- उच्च गुणवत्ता की सुरक्षा सुविधाओं से लैस।
- सीएम भूपेंद्र पटेल ने इसे गर्व का विषय बताया।
गांधीनगर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अहमदाबाद को उसकी पहली स्वदेशी निर्मित ‘मेक इन इंडिया’ मेट्रो ट्रेन का उपहार दिया। मुख्यमंत्री पटेल ने कोलकाता के निकट स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के आधुनिक प्लांट का दौरा कर अहमदाबाद मेट्रो रेल के कोचेस का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने वाला यह कदम गुजरात के लिए गर्व का विषय है।
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा उसके फैसिलिटी प्लांट में यह ट्रेन स्वदेशी रूप से निर्मित की जा रही है। यह प्लांट आधुनिक मेट्रो और यात्री कोच के उत्पादन के लिए अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीटागढ़ प्लांट में देश के विभिन्न राज्यों के लोग कार्यरत हैं, जो एक भारत-श्रेष्ठ भारत के प्रधानमंत्री के मंत्र को साकार करते हैं।
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद को मिल रही यह मेट्रो ट्रेन शहर में मेट्रो रेल व्यवस्था की बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ-साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सुविधाजनक बनाएगी। गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीएमआरसीएल) ने कोलकाता स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड को 10 ट्रेनों का ऑर्डर दिया है। ये ट्रेनें फेज-2 के 21 किलोमीटर का कार्य पूर्ण होने पर और शेष भाग शीघ्र कार्यरत होने पर उत्पन्न होने वाली अतिरिक्त ट्रेनों की आवश्यकता को पूरा करेंगी।
भूपेंद्र पटेल ने बताया कि अहमदाबाद मेट्रो वर्तमान में प्रतिदिन 1.6 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करती है और इसमें वार्षिक 30-40 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। आने वाले समय में मेट्रो रेल सेवा का यह दायरा बढ़ाया जाएगा और सूरत में भी मेट्रो कार्यरत होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले स्टेनलेस स्टील से बनी इन मेक इन इंडिया ट्रेनों में रंगों और डिज़ाइन का जो विशेष स्पर्श दिया गया है, वह अहमदाबाद की संस्कृति और परंपरा को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि अहमदाबाद मेट्रो रेल के लिए स्वीकृत पहली मेक इन इंडिया मेट्रो ट्रेन अंतिम परीक्षणों और संबंधित प्राधिकारियों से प्रमाणपत्र मिलने के बाद शीघ्र ही अहमदाबाद पहुंचाई जाएगी। इसके बाद इसे यात्रियों की सेवा में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, अहमदाबाद के लिए बाकी 9 ट्रेनें भी टीटागढ़ प्लांट द्वारा अगले 5-6 महीनों में चरणबद्ध तरीके से प्रदान की जाएंगी। वैश्विक मानदंडों के अनुरूप यह मेक इन इंडिया ट्रेन गुजरात के लिए गर्व का विषय बनेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसे विज़नरी लीडर हैं जो हर कार्य में भविष्य की योजना और छोटे से छोटे व्यक्ति के भले का विचार करते हैं। उनके दिशानिर्देशन में देश के विकास में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में देश में सड़क निर्माण की गति रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ी है, एयरपोर्ट की संख्या दोगुनी हुई है, और मेक इन इंडिया सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन ने रैपिड ट्रांजिट को नई दिशा दी है। 2014 में मेट्रो नेटवर्क 248 किलोमीटर था, जो 2025 में बढ़कर 1013 किलोमीटर होने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कोच निरीक्षण के दौरान और प्लांट के वरिष्ठ इंजीनियरों से चर्चा करते हुए अहमदाबाद मेट्रो ट्रेन के कोचेस की विशेषताओं की जानकारी प्राप्त की। टीटागढ़ प्लांट के इंजीनियरों ने बताया कि यह मेट्रो ट्रेन उच्च कोटि की फायर सेफ्टी सहित अन्य सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करती है और ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन 4 (जीओए4) के अंतर्गत पूर्णतः ऑटोमेटेड ड्राइवरलेस ट्रेन के रूप में कार्य करने में सक्षम है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ. हसमुख अढिया, मुख्यमंत्री के सलाहकार और गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एसएस राठौड़, टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी, और गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन तथा टीटागढ़ रेलवे सिस्टम्स के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।