क्या अजय देवगन ने वत्सल सेठ को जन्मदिन की बधाई देने में 'टार्जन: द वंडर कार' की याद दिलाई?

सारांश
Key Takeaways
- अजय देवगन ने वत्सल सेठ को जन्मदिन पर बधाई दी।
- उन्होंने फिल्म 'टार्जन: द वंडर कार' की याद दिलाई।
- फिल्म में कई प्रसिद्ध अभिनेता शामिल थे।
- इसका निर्देशन अब्बास-मस्तान ने किया था।
- फिल्म की कहानी एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर की है।
मुंबई, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के सुपरस्टार अजय देवगन ने अभिनेता वत्सल सेठ को उनके 45वें जन्मदिन पर एक मजेदार तरीके से बधाई दी। अजय ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी साझा की, जिसमें उन्होंने वत्सल को फिल्म 'टार्जन: द वंडर कार' की याद दिलाते हुए शुभकामनाएँ दीं।
ज्ञात हो कि 'टार्जन: द वंडर कार' 2004 में प्रदर्शित हुई थी और इसमें अजय और वत्सल ने एक साथ काम किया था।
अजय देवगन ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे, वत्सल और अभिनेत्री काजोल साथ नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर में वत्सल की पत्नी इशिता दत्ता भी शामिल हैं।
इस तस्वीर को साझा करते हुए अजय ने एक मजेदार कैप्शन लिखा। उन्होंने लिखा, "जब भी आपको मेरी आवश्यकता हो, एक पर्पल कार को ढूंढना... जन्मदिन मुबारक हो वत्सल सेठ।"
उनके इस पोस्ट में पर्पल कार का संदर्भ फिल्म 'टार्जन: द वंडर कार' की प्रसिद्ध पर्पल कार से है, जो फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी।
इस फिल्म में वत्सल के अलावा, आयशा टाकिया, फरीदा जलाल, अमरीश पुरी, सदाशिव अमरापुरकर, गुलशन ग्रोवर, राजपाल यादव, मुकेश तिवारी, सिकंदर खरबंदा, और शक्ति कपूर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में थे।
फिल्म की कहानी देवेन चौधरी, एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर, पर आधारित है, जो अपनी माँ सुहासिनी और बेटे राज के साथ रहता है। देवेन ने एक कार डिज़ाइन की, जिसे उसने डीसी नाम दिया। उसके पास एक पुरानी मॉरिस माइनर कार भी है, जिसे वह 'टार्जन' कहता है, जो उसके दिवंगत पिता से मिली थी। यह कार एक विशेष सजावट के कारण टार्जन के किरदार से जुड़ी हुई है। देवेन अपनी कार के डिज़ाइन को लेकर एक निजी कंपनी 'फोरफॉक्स' के साथ काम करता है, लेकिन कंपनी के कार्यकारी राकेश कपूर और उसके साथी डिज़ाइन चुरा लेते हैं और इसे अपने नाम पर पंजीकृत करवा लेते हैं।
देवेन पुलिस में शिकायत करता है, लेकिन पुलिस अधिकारी संजय शर्मा उसके खिलाफ हो जाता है, और उसे चुप कर दिया जाता है, जिसके कारण देवेन की मौत हो जाती है। बारह साल बाद, उसका बेटा राज, जो अब बड़ा हो चुका है, कॉलेज जाता है और इस दौरान उसकी नज़र अपने पिता की पुरानी कार 'टार्जन' पर पड़ती है, जिसे वह 5000 रुपए में खरीदता है और उसे नया डिज़ाइन देने का काम शुरू करता है।
पिता के सपने को पूरा करने के लिए वह नए डिज़ाइन द्वारा तैयार की गई कार को 'डीसी' नाम देता है। देवेन की आत्मा इस कार के जरिए अपने दुश्मनों से बदला लेने लगती है।
इस फिल्म का निर्देशन अब्बास-मस्तान ने किया था।