क्या अखिलेश ने 'ऑपरेशन महादेव' पर सवाल उठाया? पीएम मोदी बोले- 'अंजाम तक पहुंचाए गए पहलगाम के गुनहगार'

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन महादेव ने आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया।
- राजनीतिक लाभ का सवाल उठाया गया।
- प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई की सराहना की।
- रक्षा क्षेत्र में आवश्यक बदलाव पर जोर दिया गया।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'ऑपरेशन महादेव' का उल्लेख करते हुए विपक्ष के सवालों का उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया गया है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर में हुए ‘ऑपरेशन महादेव’ को लेकर सवाल उठाते हुए कहा, "हम आतंकवादियों के मारे जाने के पक्ष में हैं, लेकिन यह जानना आवश्यक है कि यह ऑपरेशन संसद में चर्चा के दौरान ही क्यों हुआ? क्या इसका उद्देश्य राजनीतिक लाभ उठाना था?"
पीएम मोदी ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, "पहलगाम के हमलावरों को कल (सोमवार) हमारे सुरक्षा बलों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत उनके अंजाम तक पहुंचा दिया है, लेकिन मैं हैरान हूं कि यहां हंसी-ठिठोली के साथ पूछा गया कि यह आखिरकार कल ही क्यों हुआ? क्या इस ऑपरेशन के लिए सावन महीने का सोमवार चुना गया था? इन लोगों को क्या हो गया है? हताशा और निराशा इस हद तक।"
उन्होंने आगे कहा, "पिछले कई सप्ताह से यह कहा जा रहा था कि 'ऑपरेशन सिंदूर' हुआ, वो ठीक है, लेकिन पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ? अब जब उन्हें अंजाम तक पहुंचाया गया है तो वे पूछ रहे हैं कि कल क्यों हुआ?"
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "शास्त्रों में कहा गया है कि जब राष्ट्र शस्त्र से सुरक्षित होते हैं तब शास्त्र और ज्ञान की चर्चाएं जन्म लेती हैं। जब सीमा पर सेनाएं मजबूत होती हैं, तभी लोकतंत्र प्रखर होता है। 'ऑपरेशन सिंदूर' पिछले दशक में भारत की सेना के सशक्तिकरण का एक साक्षात प्रमाण है। कांग्रेस के शासन में सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का विचार तक नहीं किया गया।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारी सेनाओं को आधुनिक हथियारों के लिए दशकों तक इंतजार करना पड़ा। इतिहास गवाह है कि जब रक्षा के क्षेत्र में भारत की आवाज सुनाई देती थी, तब भी भारत में बनी तलवारें श्रेष्ठ मानी जाती थी। मगर, आजादी के बाद रक्षा क्षेत्र को दुर्बल किया गया।"
पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा, "एक दशक पहले भारत के लोगों ने संकल्प लिया कि हमारा देश सशक्त, आत्मनिर्भर और आधुनिक राष्ट्र बने। रक्षा, सुरक्षा समेत हर क्षेत्र में बदलाव के लिए ठोस कदम उठाए गए। आजादी के बाद पहली बार सेना के अंदर जो बदलाव हुए, वो अभूतपूर्व हैं।"