क्या घृतकुमारी में छिपा है सुंदरता और सेहत का राज? जानें इसके फायदे

सारांश
Key Takeaways
- घृतकुमारी या एलोवेरा स्वास्थ्य और सुंदरता के लिए अत्यंत लाभकारी है।
- यह पाचन में सुधार करता है और पेट को साफ रखता है।
- त्वचा के लिए यह प्राकृतिक नमी और ग्लो प्रदान करता है।
- बालों के लिए यह मजबूत और चमकदार बनाता है।
- सर्दी-जुकाम और एलर्जी से राहत प्रदान करता है।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में जब हर कोई रासायनिक दवाओं से बचने का प्रयास कर रहा है, एलोवेरा या घृतकुमारी एक बार फिर से हमारे घरों में अपनी पहचान बना रही है। इसे आयुर्वेद में कुमारी कहा गया है, जो शरीर, मन और रूप को संतुलित करने में मदद करता है।
आयुर्वेदिक ग्रंथ चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में भी घृतकुमारी के अद्भुत गुणों का उल्लेख है। इसे त्रिदोषनाशक माना जाता है, जो वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है। इसका रस ठंडा, चिकना और हल्का कड़वा होता है, जो शरीर को अंदर से साफ करता है।
यदि आपको पेट से संबंधित समस्याएं जैसे कब्ज या गैस होती हैं, तो सुबह खाली पेट २-३ चम्मच एलोवेरा रस को गुनगुने पानी के साथ लें। यह पाचन शक्ति बढ़ाता है और पेट को साफ रखता है। नियमित सेवन से एसिडिटी और गैस की समस्या में भी राहत मिलती है।
एलोवेरा जेल चेहरे के लिए एक वरदान के समान है। इसका ताजा जेल सीधे चेहरे पर लगाने से दाने, झाइयां, पिग्मेंटेशन और धूप से झुलसी त्वचा में तुरंत राहत मिलती है। यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और प्राकृतिक ग्लो बढ़ाता है। कई लोग इसे नाइट जेल के रूप में भी उपयोग करते हैं।
एलोवेरा जेल को नारियल तेल या मेहंदी में मिलाकर लगाने से बाल झड़ना कम होता है। यह सिर की रूसी को मिटाता है और बालों को मुलायम बनाता है। सप्ताह में २ बार लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और उनमें प्राकृतिक चमक आती है।
एलोवेरा जूस में थोड़ी हल्दी और शहद मिलाकर पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। रोज सुबह इसका सेवन करने से बार-बार होने वाले सर्दी-जुकाम या एलर्जी की समस्या में भी राहत मिलती है।
आयुर्वेद में इसे स्त्रीरोग नाशक भी माना गया है। मासिक धर्म की अनियमितता या कमजोरी में १-२ चम्मच एलोवेरा रस बहुत फायदेमंद है। यह गर्भाशय की सफाई और शक्ति बनाए रखने में भी मदद करता है।
जलने या कटने पर एलोवेरा जेल तुरंत लगाने से घाव तेजी से भरते हैं। इसमें प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो संक्रमण से बचाते हैं।
हालांकि, एलोवेरा का अत्यधिक सेवन दस्त या पेट दर्द का कारण बन सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लें। गर्भवती महिलाएं इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।