क्या 21 दिनों में 3.52 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की?

Click to start listening
क्या 21 दिनों में 3.52 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की?

सारांश

अमरनाथ यात्रा के 21 दिनों में 3.52 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए। इस यात्रा में सुरक्षा के लिए 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात हैं। जानें इस यात्रा के महत्वपूर्ण विवरण और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी का कारण।

Key Takeaways

  • अमरनाथ यात्रा का महत्व धार्मिक दृष्टि से बहुत बड़ा है।
  • 3.52 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा की है।
  • सुरक्षा के लिए 180 कंपनियाँ तैनात की गई हैं।
  • यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 9 अगस्त को समाप्त होगी।
  • छड़ी मुबारक की पूजा हर साल की जाती है।

श्रीनगर, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमरनाथ यात्रा के दौरान अब तक करीब 3.52 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं। शुक्रवार को 2,896 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू से रवाना हुआ। अधिकारियों का कहना है कि 3 जुलाई से शुरू हुई यात्रा के 21 दिनों में ही तीर्थयात्रियों की संख्या 3.50 लाख के अनुमानित आंकड़े को पार कर गई है।

अधिकारियों ने बताया कि 2,896 यात्रियों का एक और जत्था शुक्रवार को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से सुरक्षा काफिलों के साथ रवाना हुआ। 790 यात्रियों को लेकर 42 वाहनों का पहला काफिला सुबह 3:30बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ, जबकि 2,106 यात्रियों को लेकर 75 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह 4:18पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।

पारंपरिक पूजा के लिए 'छड़ी मुबारक' (भगवान शिव की पवित्र गदा) शुक्रवार को हरि पर्वत स्थित 'शारिका भवानी मंदिर' में ले जाया जाएगा। इससे पहले, महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में साधु-संत गुरुवार को पारंपरिक पूजा के लिए 'छड़ी मुबारक' को श्रीनगर के ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर लेकर गए। यह पूजा हर साल हरियाली अमावस्या (श्रावण अमावस्या) के अवसर पर की जाती है, जो प्राचीन परंपरा का हिस्सा है।

'छड़ी मुबारक' 4 अगस्त को श्रीनगर के दशनामी अखाड़ा मंदिर से गुफा मंदिर की ओर अपनी अंतिम यात्रा शुरू करेगी और 9 अगस्त को पवित्र गुफा मंदिर पहुंचेगी, जो यात्रा का आधिकारिक समापन होगा।

अधिकारियों ने इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए व्यापक बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है, क्योंकि यह यात्रा 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद हो रही है। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में कथित तौर पर धर्म पूछकर 26 लोगों की हत्या की थी।

अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय पुलिस के अलावा सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी समेत केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात हैं। सेना ने इस साल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए 8,000 से अधिक विशेष कमांडो तैनात किए हैं।

यह यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी। श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ मंदिर तक पारंपरिक पहलगाम मार्ग या छोटे बालटाल मार्ग से पहुंचते हैं। पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वाले लोग चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं और 46 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करते हैं। इस यात्रा में तीर्थयात्री को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं।

छोटे बालटाल मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है और दर्शन करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौटना पड़ता है।

Point of View

सुरक्षा के मुद्दे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

अमरनाथ यात्रा कब शुरू हुई थी?
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी।
अमरनाथ यात्रा का समापन कब होगा?
यह यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।
इस बार कितने श्रद्धालुओं ने यात्रा की है?
अब तक 3.52 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा की है।
यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए गए हैं?
इस यात्रा के लिए 180 अतिरिक्त कंपनियाँ तैनात की गई हैं।
छड़ी मुबारक की पूजा कब होती है?
छड़ी मुबारक की पूजा हर साल हरियाली अमावस्या पर होती है।