क्या अमरनाथ यात्रा फिर से श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठी?

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क्या अमरनाथ यात्रा फिर से श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठी?

सारांश

अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है और पहले जत्थे ने जम्मू से रवाना होकर भक्तों की उम्मीदें जगाईं हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में इस यात्रा का महत्व और भी बढ़ गया है। जानिए इस बार यात्रा के अनुभव और श्रद्धालुओं की भावनाएँ।

Key Takeaways

  • जम्मू से पहले जत्थे की सफल शुरुआत
  • उपराज्यपाल की उपस्थिति में पूजा का आयोजन
  • श्रद्धालुओं का उत्साह और निडरता
  • सुरक्षा व्यवस्था की उच्च स्तरीय तैयारी
  • यात्रा में बेहतर सुविधाओं की उम्मीद

जम्मू, २ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू में ‘बम-बम भोले’ के नारों की गूंज सुनाई दे रही है। भगवान शिव शंकर के जयकारों के साथ, भगवती नगर बेस कैंप से बुधवार सुबह अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से पहला जत्था रवाना हुआ। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद पहला जत्था हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

पहले चरण में लगभग 4500 श्रद्धालुओं का जत्था अमरनाथ यात्रा के लिए निकला। उपराज्यपाल ने कहा, "जम्मू में पुनः बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। यह आतंकवाद को एक बड़ा जवाब है कि देशभर से श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए यहाँ पहुँच रहे हैं।"

एलजी मनोज सिन्हा ने सभी श्रद्धालुओं को भगवान शिव के पवित्र निवास तक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की शुभकामनाएँ दीं और बाबा अमरनाथ से शांति और आशीर्वाद की प्रार्थना की।

पहले जत्थे में शामिल एक महिला ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और वे पहले जत्थे के साथ यात्रा करने को लेकर खुश हैं।

सुरक्षा के मुद्दे पर श्रद्धालुओं ने कहा कि जब तक हमारी सेना और प्रधानमंत्री मोदी हैं, तब तक कोई हमारा 'बाल भी बांका' नहीं कर सकता। एक व्यक्ति ने कहा, "हम सबको यही संदेश देंगे कि यहां बिना डर के आएं।"

पुरानी मंडी मंदिर के महंत रामेश्वर दास ने कहा कि यात्रा में लोगों का उत्साह बढ़ रहा है। भक्तों में निडरता है और भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। सरकार ने यात्रा के लिए बहुत अच्छी सुविधाएँ प्रदान की हैं। पहले से इस बार यात्रा बेहतर होगी।

उन्होंने कहा कि आज का दिन उन लोगों के लिए मुंहतोड़ जवाब है, जो इसे कमजोर करने के प्रयास करते हैं। मेरा मानना है कि यह यात्रा और भी सफल होगी।

Point of View

बल्कि इसकी सुरक्षा और संचालन में प्रशासन की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। इस बार यात्रा को लेकर जो उत्साह है, वह हमें एकजुटता और विश्वास की भावना से भर देता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

अमरनाथ यात्रा कब शुरू होती है?
अमरनाथ यात्रा हर साल श्रावण मास में शुरू होती है, जो इस बार 2 जुलाई को आरंभ हुई।
यात्रा में सुरक्षा की व्यवस्था कैसी होती है?
इस यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए सेना और विशेष बल तैनात किए जाते हैं, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो।
क्या सभी श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं?
हाँ, सभी श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना आवश्यक है।