क्या सिनेमा के रखवाले अपने ही फिल्म फेस्टिवल को जीवित रखने में असफल रहे?

सारांश
Key Takeaways
- हंसल मेहता की चिंताएं सिनेमा के भविष्य को लेकर गंभीर हैं।
- मामी फिल्म फेस्टिवल का रद्द होना एक महत्वपूर्ण संकेत है।
- संस्कृति की रक्षा के लिए हमें सिनेमा को समर्थन देना होगा।
मुंबई, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने 'मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल 2025' के रद्द होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे 'एक क्रूर विडंबना' बताया कि सिनेमा के रखवाले अपने ही एक फिल्म फेस्टिवल को जीवित रखने में नाकाम रहे।
निर्माता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "यह कितनी अजीब विडंबना है कि भारत की आर्थिक और फिल्मी राजधानी मुंबई, जो अपनी चकाचौंध के लिए जानी जाती है, खुद अपना एक फिल्म समारोह भी कायम नहीं रख पाई। सिनेमा के तथाकथित रखवाले, जो सिर्फ चमक-दमक वाले मंचों और सुरक्षित दांवों की तलाश में रहते हैं, उन्होंने इसे कुछ जुनूनी लोगों के भरोसे छोड़ दिया, न कोई समारोह है, न कोई गुस्सा। बस एक धीमी, खामोश, गुमनामी। जिसे हमारी संस्कृति का एक मजबूत स्तंभ होना चाहिए था, वह अब बस एक फुटनोट बनकर रह गया है। प्रगति के नाम पर उपेक्षा का एक और शिकार।"
'मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल' लगभग तीन दशकों से फिल्म जगत में एक प्रमुख स्थान रखता है। हालांकि, आयोजकों ने सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर इस साल के महोत्सव के रद्द होने की जानकारी दी।
महोत्सव के निर्देशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, "आपको सूचित करता हूं कि 'मामी मुंबई फिल्म महोत्सव 2025' का संस्करण इस साल आयोजित नहीं किया जाएगा। हम एक महोत्सव को नई टीम के साथ नया रूप देने की प्रक्रिया में हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह महोत्सव भारत और दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ स्वतंत्र, क्षेत्रीय और क्लासिक सिनेमा के एक प्रमुख प्रदर्शन के रूप में लौटे।"
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वे अगले साल महोत्सव के एक नए संस्करण के साथ वापस आएंगे।
उन्होंने आगे कहा, "हम महोत्सव को पुनर्निर्धारित करने के लिए पूरी लगन से काम कर रहे हैं और 2026 संस्करण की नई तारीखों की घोषणा जल्द से जल्द करेंगे।"