क्या अमेरिका ने सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक से बदला लिया?
सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका ने सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर हवाई हमले किए।
- यह कार्रवाई पिछले सप्ताह के जानलेवा हमले का प्रतिशोध है।
- अमेरिकी रक्षा मंत्री ने इसे बदला लेने की कार्रवाई बताया।
- ऑपरेशन का नाम हॉकआई स्ट्राइक रखा गया है।
- अमेरिका ने अपने दुश्मनों को खोजकर मारा है।
वाशिंगटन, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राज्य अमेरिका ने सेंट्रल सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कई ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई पिछले सप्ताह अमेरिकी कर्मियों पर हुए जानलेवा हमले के प्रतिशोध में की गई है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बताया कि इन हमलों में आईएसआईएस के लड़ाकों, उनके संरचनाओं और हथियार ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इस अभियान को ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे और कार्रवाई की संभावना है।
हेगसेथ ने बताया, “यह किसी युद्ध की शुरुआत नहीं है, बल्कि बदला लेने की घोषणा है। अमेरिका अपने दुश्मनों को खोजकर मारता रहेगा।”
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज पहले, अमेरिकी सेना ने सीरिया में ऑपरेशन हॉकआई स्ट्राइक शुरू किया ताकि 13 दिसंबर को पल्मायरा में अमेरिकी सेना पर हुए हमले का प्रतिशोध लिया जा सके।
उन्होंने आगे कहा, “जैसा कि हमने उस बर्बर हमले के तुरंत बाद कहा था, अगर आप कहीं भी अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, तो आप जानेंगे कि अमेरिका आपको ढूंढेगा और बेरहमी से मार डालेगा। आज, हमने अपने दुश्मनों को खत्म किया है।”
इन हवाई हमलों का उद्देश्य पिछले सप्ताह पल्मायरा के पास हुए हमले का प्रतिशोध लेना था, जिसमें दो अमेरिकी सैनिकों और एक अमेरिकी नागरिक दुभाषिये की मौत हो गई थी। हमलावर ने अमेरिकी और सीरियाई बलों के काफिले पर हमला किया था, जिसे बाद में मार गिराया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना के बाद “बहुत गंभीर जवाबी कार्रवाई” का वादा किया था। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव अन्ना केली ने कहा कि ये हवाई हमले उसी वादे को पूरा करने की कार्रवाई हैं।