क्या 'उदयपुर फाइल्स' के बाद अमित जानी की नई फिल्म 'आयशा' होगी एक विशेष अनुभव?

सारांश
Key Takeaways
- 'आयशा' फिल्म के मुख्य विषय इस्लामिक आतंकवाद और धर्मांतरण हैं।
- फिल्म की शूटिंग अक्टूबर 2025 में शुरू होगी।
- अमित जानी ने कहा कि सेंसर बोर्ड फिल्म पर रोक नहीं लगा पाएगा।
- फिल्म में नए कलाकारों को अवसर मिलेगा।
- भरत एस. श्रीनेत इसका निर्देशन करेंगे।
मुंबई, १ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता अमित जानी ने हाल ही में घोषणा की थी कि 'उदयपुर फाइल्स' के बाद वे एक और गहन विषय पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। आज उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर इसका एक पोस्टर और नाम साझा किया है।
अमित जानी ने राष्ट्र प्रेस को बताया था कि उनकी नई फिल्म 'जिहाद' आतंकवाद, धार्मिक कट्टरता और धर्मांतरण जैसे गंभीर मुद्दों पर आधारित होगी। आज उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसका एक पोस्टर साझा करते हुए फिल्म का नाम सबके सामने रखा।
इस पोस्टर को साझा करते हुए अमित जानी ने लिखा, “उदयपुर फाइल्स के बाद जानी फायरफॉक्स फिल्म्स ने एक नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। प्रोडक्शन हाउस जल्द ही ‘आयशा’ नाम की एक हिंदी फीचर फिल्म की शूटिंग आरंभ करने जा रहा है, जो इस्लामिक आतंकवाद, धर्मांतरण, यौन शोषण, धार्मिक कट्टरता और लव जिहाद पर आधारित होगी। इस फिल्म में वह ‘आयशा’ पर हुए अत्याचार और उसकी बहादुरी को दर्शाने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के साम्राज्य के निर्माण और अंत को भी दर्शाएंगे।”
अमित जानी के अनुसार इस फिल्म की शूटिंग अक्टूबर २०२५ में होगी। शूटिंग की लोकेशन में बलरामपुर, लखनऊ, लेह, लद्दाख, और जैसलमेर जैसी जगहें शामिल हैं। फिल्म का निर्देशन भरत एस. श्रीनेत करेंगे, जिन्होंने 'उदयपुर फाइल्स' का भी निर्देशन किया था।
स्टारकास्ट अभी फाइनल नहीं हुई है। जल्द ही इसके लिए १०० शहरों में ऑडिशन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नए कलाकारों को मौका दिया जाएगा।
अमित जानी ने अपनी फिल्मों के प्रति होने वाली विवादों और आलोचनाओं पर राष्ट्र प्रेस से कहा, "मुझे अपनी आलोचनाओं से प्रेरणा मिलती है। फिर भी, मैं अपने विरोधियों का सम्मान करता हूं। मदनी साहब ने मुझे सिखाया है कि किन मुद्दों पर कोर्ट जाकर फिल्म के खिलाफ आवाज उठाई जा सकती है और सरकार के पास फिल्म को रोकने के क्या अधिकार हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि सेंसर बोर्ड हमारी अगली फिल्म पर रोक नहीं लगा पाएगा और यह रणनीति मैंने मदनी साहब से सीखी है।"