क्या अमित शाह ने परिवारवाद पर एमके स्टालिन और सोनिया गांधी को घेरा?

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने परिवारवाद पर हमला किया।
- डीएमके को भ्रष्ट सरकार बताया।
- 130वां संविधान संशोधन विधेयक महत्वपूर्ण है।
- एनडीए और एआईएडीएमके का गठबंधन मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
- मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
चेन्नई, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को तमिलनाडु में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का दिल से आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने एक सम्मानित तमिल नेता, सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए नामित किया है।
अमित शाह ने कहा कि पहलगाम में, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों की दुखद जान ली। मोदी ने देश को दृढ़ता से आश्वस्त किया कि आतंकवादियों और उनके कार्यों को अंजाम देने वालों को परिणाम भुगतने होंगे। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया। इसके अलावा, 'ऑपरेशन महादेव' ने पहलगाम में हुए घातक हमले के लिए जिम्मेदार तीन आतंकवादियों को समाप्त किया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने 130वां संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। पूरा विपक्ष एकजुट होकर इस विधेयक का विरोध कर रहा है। प्रस्तावित विधेयक के अनुसार, यदि किसी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को जेल होती है, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा। विपक्ष ने इस विधेयक पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि डीएमके के दो वरिष्ठ मंत्री लगभग आठ महीने जेल में रहे और इस दौरान उन्होंने अपने पदों से इस्तीफा नहीं दिया। किसी व्यक्ति का जेल से शासन करना अव्यावहारिक और अनुचित है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि यहां तक कि डीएमके इस विधेयक को 'काला विधेयक' कहकर इसकी आलोचना कर रहा है। मैं स्टालिन को याद दिलाना चाहूंगा कि अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों को ऐसे आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि डीएमके सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकारों में से एक है, जो कई हाई-प्रोफाइल घोटालों में फंसी हुई है। इनमें टीएएसएमएसी शराब घोटाला, रेत खनन घोटाला, परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और नौकरी के बदले पैसे कांड जैसे कई अन्य घोटाले शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में एनडीए को 18 प्रतिशत वोट शेयर मिला, जबकि हमारी सहयोगी पार्टी, एआईएडीएमके को 21 प्रतिशत वोट मिले। कुल मिलाकर इस गठबंधन को कुल वोट शेयर का लगभग 39 प्रतिशत हिस्सा मिला। एनडीए और एआईएडीएमके के बीच यह साझेदारी केवल एक राजनीतिक सहयोग नहीं है, बल्कि यह तमिलनाडु के विकास और प्रगति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता है।
अमित शाह ने परिवारवाद पर हमला करते हुए कहा कि एमके स्टालिन का एकमात्र एजेंडा अपने बेटे के लिए मुख्यमंत्री पद सुरक्षित करना है, जबकि सोनिया गांधी का प्राथमिक लक्ष्य अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना है। मैं स्पष्ट कर दूं कि दोनों ही अपनी महत्वाकांक्षाओं में विफल रहेंगे, क्योंकि एनडीए पूरी तरह से जीत की ओर बढ़ रहा है।