क्या अमित शाह ने हर परिवार से खादी खरीदने की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- खादी का महत्व बढ़ाना है।
- हर परिवार को सालाना 5,000 रुपए के खादी उत्पाद खरीदने का सुझाव।
- स्वदेशी को अपनाना आवश्यक है।
- खादी का कारोबार 1.7 अरब रुपए तक पहुंच गया है।
- गांधी जयंती पर यह अपील की गई है।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर सभी भारतीयों से अनुरोध किया है कि हर परिवार साल में कम से कम 5,000 रुपए के खादी उत्पाद खरीदे।
गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी ग्रामोद्योग के स्टोर का दौरा किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "महात्मा गांधी ने ही भारत की आत्मा को पहचानने का कार्य किया।"
उन्होंने भारतीय जनता को जागरूक किया और उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ खड़ा किया। आजादी के आंदोलन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण चीजें बुनी हैं, जिनमें खादी और स्वदेशी के विचार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन को खादी और स्वदेशी से अलग नहीं किया जा सकता। उस समय पूरा देश अंग्रेजी कपड़े के बाजार में तब्दील हो चुका था।
महात्मा गांधी ने देश को खादी और स्वदेशी की विचारधारा देकर न केवल स्वतंत्रता आंदोलन को गति दी, बल्कि कई गरीबों के जीवन में भी उजाला लाया। लेकिन, इन दोनों विचारों को काफी समय तक भुला दिया गया।"
उन्होंने याद दिलाया कि 2003 में जब पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने खादी को पुनर्जीवित करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया। इस आंदोलन की शुरुआत वहीं से हुई। आज खादी फिर से आम जनता के उपयोग की वस्तु बन गई है। इसका प्रमाण यह है कि 2014 से अब तक खादी का कारोबार सैकड़ों गुना बढ़ चुका है। आज यह 1.7 अरब रुपए तक पहुंच गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हजारों परिवारों ने विदेशी सामान का उपयोग न करने का संकल्प लिया है। लाखों दुकानदारों ने यह तय किया है कि उनकी दुकानों में विदेशी सामान नहीं बेचा जाएगा। आज मैं देश की जनता से इन अभियानों को सफल बनाने की प्रार्थना करता हूं। हर परिवार को सालाना कम से कम 5,000 रुपए की खादी खरीदनी चाहिए, चाहे वह चादर, तकिए के कवर, पर्दे या तौलिए हों। जब आप ये चीजें खरीदते हैं, तो आप रोजगार का सृजन करते हैं और हजारों-लाखों गरीबों के जीवन में उजाला लाते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "जब आप स्वदेशी को अपनाते हैं, तो आप भारत को 2047 तक विश्व में शीर्ष स्थान पर पहुंचाने के महत्वाकांक्षी अभियान का हिस्सा बन जाते हैं। मैं गांधी जयंती के अवसर पर देश की जनता से अपील करता हूं कि पीएम मोदी के द्वारा चलाए गए खादी के उपयोग और स्वदेशी अपनाने के अभियानों को सशक्त बनाएं और इन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।"