क्या अमित शाह ने प्रवर शुगर फैक्ट्री में क्षमता विस्तार का शुभारंभ किया?

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह का अहिल्यानगर दौरा सहकारिता को सशक्त बनाने का प्रयास है।
- प्रवर शुगर फैक्ट्री का क्षमता विस्तार किसानों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
- किसान सभा में किसानों की सक्रिय भागीदारी उत्साहजनक थी।
- सरकार की नई नीतियों से किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
- यह दौरा केंद्र और राज्य के बीच बेहतर तालमेल का प्रतीक है।
अहिल्यानगर, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र के अहिल्यानगर का दौरा किया, जिसका मुख्य उद्देश्य सहकारिता क्षेत्र को और मजबूत करना और स्थानीय विकास को गति प्रदान करना था। लोणी बाजार में आयोजित किसान सभा में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।
इस सभा में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कृषि और सहकारी योजनाओं का विस्तार से उल्लेख किया गया। किसानों को नई नीतियों और सुविधाओं से अवगत कराते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विकास तथा समृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने महाराष्ट्र के सहकारिता क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए नई योजनाओं की घोषणा के संकेत भी दिए।
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने प्रवर शुगर फैक्ट्री की बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि सहकारिता से किसानों को नई संभावनाएं मिल रही हैं। राज्य सरकार इस दिशा में हरसंभव सहयोग कर रही है।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजित पवार सहित कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे ताकि कोई समस्या न हो।
इससे पहले, केंद्रीय गृहमंत्री ने शिरडी के साई मंदिर में पूजा-अर्चना की। वहां से सीधे अहिल्यानगर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया।
किसान सभा में किसानों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली और उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर अपनी उम्मीदें व्यक्त की। यह सभा किसानों के लिए सकारात्मक संदेश लेकर आई कि उनकी समस्याओं का समाधान सरकार की प्राथमिकता में है।
किसानों के लिए नई योजनाओं और विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह दौरा राज्य और केंद्र के बीच बेहतर तालमेल का प्रतीक माना जा रहा है। भविष्य में इस क्षेत्र में कृषि उत्पादन और सहकारिता में और भी उन्नति की उम्मीद जताई जा रही है।