क्या अमृतसर में भारत-पाक सीमा के पास हथियारों का जखीरा बरामद हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए।
- यह कार्रवाई आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में मददगार साबित हुई।
- बरामदगी से तस्करी नेटवर्क का पता लगाने में मदद मिलेगी।
चंडीगढ़, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने के अभियान के दौरान पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने भारत-पाक सीमा के निकट गोंहेवाल गांव (रावी नदी के किनारे) से हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है।
बरामद किए गए हथियारों में शामिल हैं: दो एके सीरीज असॉल्ट राइफलें, आठ मैगजीन, एक .30 बोर पिस्टल, दो मैगजीन, .30 बोर के 50 जिंदा कारतूस और 7.62 मिमी के 245 जिंदा कारतूस।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने मंगलवार को बताया कि पंजाब पुलिस की तत्परता और सतर्कता के कारण एक बड़ी घटना टल गई है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी गतिविधियों और सीमा क्षेत्र में गैंगस्टर गिरोहों की गतिविधियों में वृद्धि के इनपुट मिले थे, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। डीजीपी ने यह भी बताया कि यह बरामदगी इस बात का संकेत है कि पंजाब पुलिस सीमा पार से होने वाली हथियार तस्करी पर कड़ी निगरानी रख रही है। हमारी सावधानी ने राज्य में संभावित आतंकवादी या आपराधिक घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एसएसपी अमृतसर (ग्रामीण) मनिंदर सिंह ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने गोंहेवाल गांव क्षेत्र में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान रावी नदी के किनारे एक थैला मिला, जिसमें आधुनिक हथियार और गोला-बारूद छिपाकर रखा गया था। उन्होंने आगे कहा कि हथियारों के स्रोत और गंतव्य का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है और आने वाले दिनों में और भी बरामदगियां और गिरफ्तारियां संभव हैं।
इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला आर्म्स एक्ट की धारा 25(8) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 113 के तहत थाना रामदास में दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि यह बरामदगी सीमा पार से सक्रिय तस्करी नेटवर्क और आतंकवादी संगठनों के बीच संभावित कनेक्शन की ओर इशारा करती है। जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक का पता लगाने में जुटी हैं ताकि तस्करी की इस कड़ी को पूरी तरह तोड़ा जा सके।