क्या दीपेंद्र हुड्डा के बयान पर अनिल विज का पलटवार सही है?

सारांश
Key Takeaways
- अनिल विज ने हुड्डा के बयान पर जोरदार जवाब दिया।
- विपक्ष के नेताओं पर विश्वास की कमी का आरोप लगाया।
- एनसीईआरटी द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' को पाठ्यक्रम में शामिल करने की सराहना की।
अंबाला, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के संसद में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए बड़ा निशाना साधा है।
अनिल विज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुछ नेता टीवी पर बोलते दिखते हैं। उनमें से एक हरियाणा से सांसद हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे हैं और कह रहे थे कि ट्रंप ने 32 बार फोन किया। सबसे पहले, क्या ये लोग केवल फोन कॉल्स ही गिनते रहते हैं? हमारे प्रधानमंत्री और हमारी सेना बार-बार कह चुकी है कि किसी ने मध्यस्थता नहीं कराई है। यहां तक कि पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री ने भी कहा कि कोई भी मध्यस्थता नहीं हुई है।
अनिल विज ने आगे कहा कि विपक्ष के नेताओं को हमारे देश और हमारी सेना पर विश्वास नहीं है। अगर पाकिस्तान आपका मित्र है, तो अपने मित्र की बात पर भरोसा कर लीजिए कि कोई मध्यस्थता नहीं हुई है। हमारी सेना ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम किया है। विपक्ष के लोग हिंदुस्तान का नुकसान देखना चाहते हैं। विपक्ष के लोग यह क्यों नहीं पूछते कि पाकिस्तान में कितने अड्डे तबाह किए गए हैं? यह क्यों नहीं पूछते कि पाकिस्तान में हमारी मिसाइलों ने कहां-कहां हमला किया है?
अनिल विज ने एनसीईआरटी द्वारा स्कूल के पाठ्यक्रम में 'ऑपरेशन सिंदूर' को शामिल करने के निर्णय की भी सराहना की। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कदम बताते हुए कहा, "हमारी वीरगाथाएं बच्चों को अवश्य पढ़ानी चाहिए। उन्हें यह जानना जरूरी है कि हमारे देश ने किस प्रकार दुश्मनों के दांत खट्टे किए और आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया। इस तरह का ज्ञान बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाता है।"