क्या अनूप जलोटा का सफर कोरस गायक से भजन सम्राट तक प्रेरणादायक है?

सारांश
Key Takeaways
- अनूप जलोटा का जन्मदिन 29 जुलाई को है।
- उन्होंने भक्ति संगीत में एक अलग पहचान बनाई है।
- उनकी कहानी प्रेरणा से भरी है।
- भक्ति संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
- अनूप जलोटा आज भी संगीत की दुनिया में सक्रिय हैं।
मुंबई, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) क्या आप जानते हैं कि ‘भजन सम्राट’ अनूप जलोटा का जन्मदिन 29 जुलाई को आता है? अपनी मखमली आवाज और भक्ति भजनों के जरिए लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले अनूप जलोटा की कहानी प्रेरणा से भरी है। कोरस गायक के रूप में शुरूआत करने के बाद, उन्होंने भक्ति संगीत की दुनिया में एक अद्वितीय स्थान प्राप्त किया। अनूप जलोटा की निजी ज़िंदगी भी हमेशा चर्चा में रही है।
अनूप जलोटा का जन्म 29 जुलाई 1953 को नैनीताल में हुआ। उनके पिता पुरुषोत्तम दास जलोटा भी एक प्रसिद्ध भजन गायक थे, जिन्होंने अनूप को संगीत की प्रेरणा दी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो में कोरस गायक के रूप में की थी। उनकी प्रतिभा ने उन्हें जल्द ही मुख्य मंच पर पहुँचाया।
अनूप जलोटा को फिल्म इंडस्ट्री में पहचान दिवंगत अभिनेता मनोज कुमार की वजह से मिली। मनोज कुमार ने अपनी फिल्म ‘शिरडी के साई बाबा’ में उनकी आवाज को पसंद किया और उन्हें गाने का मौका दिया। इस फिल्म से अनूप का गाना दर्शकों के दिलों में बस गया।
उनके भजनों जैसे ‘ऐसी लागी लगन’, ‘जग में सुन्दर है दो नाम’, ‘प्रभुजी तुम चंदन हम पानी’, ‘चदरिया झीनी रे झीनी’, और ‘राधा के बिना श्याम आधा’ ने उन्हें भक्ति संगीत का सम्राट बना दिया। इन भजनों ने श्रोताओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान की।
अनूप जलोटा ने न केवल भजनों के माध्यम से प्रसिद्धि हासिल की, बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों में गाने भी गाए। उनकी आवाज में एक खास जादू है, जो श्रोताओं को भाव-विभोर कर देता है। उन्होंने शास्त्रीय संगीत और भक्ति संगीत को सहजता से जोड़ा, जिससे वे हर आयु वर्ग के बीच लोकप्रिय हो गए।
हालांकि, उनके निजी जीवन में भी कई उतार-चढ़ाव आए। अनूप ने तीन शादियाँ कीं, जिनमें से पहली उनकी शिष्या सोनाली सेठ से थी। यह रिश्ता ज्यादा समय नहीं चला। फिर उन्होंने बीना भाटिया से दूसरी शादी की, लेकिन यह भी लंबे समय तक नहीं टिक सकी। उनकी तीसरी शादी मेधा गुजराल से हुई, जो पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की भतीजी थीं। मेधा का निधन 2014 में लिवर की बीमारी के कारण हुआ।
अनूप जलोटा ने सलमान खान के रियलिटी शो 'बिग बॉस' के 12वें सीजन में भी भाग लिया, जिसमें उनका और जसलीन मथारू का लव एंगल चर्चा का विषय बना। हालांकि, अनूप ने बताया कि शो में जो दिखाया गया, वह सच नहीं था। उन्होंने इसे 'फेक' और 'स्क्रिप्टेड' भी बताया।
अनूप जलोटा की निजी जिंदगी की ये घटनाएं हमेशा चर्चा का विषय रहीं, लेकिन उन्होंने अपने संगीत के प्रति समर्पण में कोई कमी नहीं आने दी। 71 साल की उम्र में भी अनूप जलोटा संगीत की दुनिया में सक्रिय हैं। उनके भजन आज भी लोगों को आध्यात्मिकता से जोड़ते हैं।