क्या अनुपम खेर ने प्राकृतिक आपदाओं पर दुख व्यक्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- प्राकृतिक आपदाएँ गंभीर समस्याएँ हैं जो मानव जीवन और संपत्ति को प्रभावित करती हैं।
- बढ़ता निर्माण कार्य प्राकृतिक आपदाओं का एक प्रमुख कारण है।
- हमें प्रकृति के प्रति जागरूक रहना चाहिए और उसके साथ संतुलन बनाना चाहिए।
मुंबई, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता अनुपम खेर ने हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में हाल ही में हुई विनाशकारी बादल फटने की घटनाओं पर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इन प्राकृतिक आपदाओं के चलते न केवल कई लोगों की जानें गईं, बल्कि सड़कों, पुलों और संपत्तियों को भी गंभीर नुकसान हुआ है। इस वजह से कई लोग विस्थापित हो गए हैं।
अभिनेता ने इस संकट पर अफसोस व्यक्त करते हुए इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है। उन्होंने इन राज्यों में निवास करने वाले लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट की और बताया कि बढ़ते निर्माण कार्य ऐसी विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं के प्रमुख कारणों में से एक हैं।
वीडियो को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “पिछले कुछ दिनों में हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में हुई प्राकृतिक त्रासदी ने कई लोगों की जानें ले लीं। घर उजड़ गए, भरी क्षति हुई। मैं उन सभी के प्रति हृदय की गहराइयों से शोक व्यक्त करता हूं। यदि हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे और पहाड़ों पर होटलों और घरों का निर्माण करते रहेंगे, तो प्रकृति अपना प्रकोप दिखाएगी। पिछले कुछ वर्षों में पहाड़ी क्षेत्रों में हुए ये हादसे हमारे लिए एक चेतावनी हैं, जिसे हमें समझना होगा।”
फिल्मों की बात करें तो अनुपम खेर को हाल ही में ‘तन्वी द ग्रेट’ में देखा गया था। इस फिल्म का निर्देशन उन्होंने स्वयं किया था। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही और इसे 'सैयारा' के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा।
‘तन्वी द ग्रेट’ का बजट 50 करोड़ रुपये था। अनुपम खेर ने बताया कि उन्होंने दोस्तों से पैसे उधार लेकर इसे बनाया था और अभी तक वह उन सभी का पैसा लौटा नहीं पाए हैं।