क्या आउटसोर्सिंग में आरक्षण मिलने पर अनुप्रिया पटेल ने खुशी जताई?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश सरकार ने आउटसोर्सिंग में आरक्षण को मंजूरी दी है।
- अनुप्रिया पटेल ने कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना की।
- ओबीसी क्रीमीलेयर की आय सीमा को बढ़ाने की मांग की गई है।
- महिलाओं को मैटरनिटी लीव का अधिकार मिलेगा।
- पंचायत चुनावों में पार्टी की मजबूती की बात की गई।
लखनऊ, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज आउटसोर्सिंग में आरक्षण प्रक्रिया के पालन को स्वीकृति दे दी है। इस निर्णय पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आनंद व्यक्त किया है। उन्होंने इसे कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल बताया है। इस अवसर पर उन्होंने ओबीसी क्रीमीलेयर की आय सीमा को आठ लाख रुपए से 15 लाख रुपए करने की भी मांग की।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम लिमिटेड के गठन को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री ने बताया कि नई व्यवस्था में संवैधानिक प्रावधानों के तहत एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, दिव्यांगजन, भूतपूर्व सैनिक और महिलाओं को नियमानुसार आरक्षण मिलेगा। महिलाओं को मैटरनिटी लीव का भी अधिकार प्रदान किया जाएगा।
मंगलवार को राजधानी के विश्वेश्वरैया हाल में आयोजित पार्टी की मासिक बैठक में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अपना दल की सभी मांगें पूरी हो रही हैं। पहले जातिगत जनगणना और अब आउटसोर्सिंग में आरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय अलग से बनाया जाएगा। यह मांग भी पूरी होगी। उन्होंने क्रीमीलेयर में 2014 से पहले कोई संशोधन नहीं किया था। 2014 में छह लाख की आय सीमा को आठ लाख किया गया था। इसे भी बढ़ाया जाना चाहिए और उन्होंने क्रीमीलेयर की आय सीमा को 15 लाख रुपए करने की मांग रखी।
अनुप्रिया पटेल ने कार्यकर्ताओं से आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर जनता के बीच में रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी मजबूती के साथ पंचायत चुनाव में उतरेगी। इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष ओछी राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द कहना निंदनीय है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा कि पंचायत चुनाव को देखते हुए संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं को जुटना होगा।