क्या जीएसटी की दरों में बदलाव से पहले अगस्त में भारतीय ऑटो सेक्टर में बिक्री में मजबूती आई?

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क्या जीएसटी की दरों में बदलाव से पहले अगस्त में भारतीय ऑटो सेक्टर में बिक्री में मजबूती आई?

सारांश

अगस्त में भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री में वृद्धि हुई है, जबकि जीएसटी दरों में संभावित बदलाव की चर्चा चल रही है। क्या यह बिक्री की वृद्धि स्थायी होगी या इसके पीछे कोई अन्य कारण है? जानें इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • अगस्त में भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में 28 प्रतिशत की वृद्धि।
  • जीएसटी दरों में संभावित कटौती से बिक्री प्रभावित हो सकती है।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 44 प्रतिशत की वृद्धि।
  • मारुति और हुंडई के लिए निर्यात में वृद्धि एक अच्छा संकेत।
  • ट्रैक्टरों की मांग मजबूत रहने की उम्मीद।

नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर में रिटेल बिक्री अगस्त में मजबूत बनी रही है। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।

एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया, "अगस्त में कंपनियों ने अधिक डिस्काउंट दिए, जिसके परिणामस्वरूप सभी सेगमेंट में इंक्वायरी में इजाफा हुआ।"

अगस्त में बिक्री में इजाफा तब हुआ है, जब सरकार जीएसटी की दरें कम करने पर विचार कर रही है और इसके लिए जीएसटी परिषद की बैठक 3-4 सितंबर के बीच प्रस्तावित है।

रिसर्च फर्म का मानना है कि अगले दो हफ्ते शायद सुस्त रह सकते हैं, क्योंकि ग्राहक जीएसटी में कटौती का इंतजार कर सकते हैं।

रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि सितंबर में बिक्री में कमी आ सकती है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "सितंबर में 15 दिन 'श्राद्ध' भी रहेगा, जिसे खरीदारी के लिए अशुभ समय माना जाता है। कमर्शियल व्हीकल पर छूट स्थिर बनी हुई है और निकट भविष्य में इस पर बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है।"

हालांकि, अच्छे मानसून और जलाशयों के स्तर के कारण ट्रैक्टरों की मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।

इस महीने, महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) की घरेलू बिक्री में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एस्कॉर्ट्स की बिक्री में सालाना आधार पर 27 प्रतिशत का इजाफा हुआ।

अगस्त में इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर का मार्केट शेयर बढ़कर 4.5 प्रतिशत हो गया। ईवी सेगमेंट में टाटा की बाजार हिस्सेदारी 40 प्रतिशत और एमएंडएम की 19 प्रतिशत हो गई, जबकि एमजी की हिस्सेदारी घटकर 28 प्रतिशत रह गई।

इसी महीने में 1.4 लाख इकाइयों की रिटेल बिक्री के साथ इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का मार्केट शेयर 7.6 प्रतिशत पर रहा। टीवीएस ने पिछले महीने 24,000 इकाइयां बेचीं, जबकि एथर ने 18,000 और बजाज ने 12,000 इकाइयां बेचीं।

वहीं, मारुति की कुल बिक्री में सालाना आधार पर 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी की घरेलू बिक्री में 8 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि इस महीने निर्यात में 41 प्रतिशत की सालाना वृद्धि हुई है।

महिंद्रा एंड महिंद्रा की एसयूवी की थोक बिक्री 39.4 हजार इकाइयां रही, जो सालाना आधार पर 9 प्रतिशत कम है। टाटा मोटर्स की यात्री वाहन बिक्री में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 44 प्रतिशत का इजाफा हुआ।

रिपोर्ट में कहा गया है, "इसी दौरान, हुंडई की घरेलू बिक्री में 11 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि अगस्त में उसका निर्यात 21 प्रतिशत बढ़ा। हमारा मानना है कि मारुति और हुंडई दोनों के लिए मजबूत निर्यात एक अच्छा संकेत है।"

दोपहिया वाहन क्षेत्र में बजाज की घरेलू दोपहिया बिक्री में 12 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निर्यात में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

टीवीएस की दोपहिया बिक्री में सालाना आधार पर 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें घरेलू बिक्री में 28 प्रतिशत और निर्यात में 36 प्रतिशत की वृद्धि शामिल है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारतीय ऑटो सेक्टर में बिक्री में वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, जीएसटी में संभावित कटौती का ग्राहक व्यवहार पर प्रभाव पड़ेगा। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आने वाले महीनों में बाजार की दिशा क्या होती है।
NationPress
02/09/2025

Frequently Asked Questions

अगस्त में भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री में कितनी वृद्धि हुई?
अगस्त में भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
क्या जीएसटी दरों में कमी का प्रभाव बिक्री पर पड़ेगा?
हां, ग्राहक जीएसटी में कटौती का इंतजार कर रहे हैं, जो बिक्री के निर्णयों को प्रभावित कर सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में क्या वृद्धि हुई?
इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
बजाज की दोपहिया बिक्री में क्या बदलाव आया?
बजाज की घरेलू दोपहिया बिक्री में 12 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि निर्यात में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अगस्त में महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री का क्या हाल रहा?
महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बिक्री में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।