क्या अयोध्या दीपोत्सव 2025 में सीएम योगी ने रथ खींचा और आरती उतारी?

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क्या अयोध्या दीपोत्सव 2025 में सीएम योगी ने रथ खींचा और आरती उतारी?

सारांश

अयोध्या दीपोत्सव 2025 का आयोजन धूमधाम से हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रथ खींचा और आरती उतारी। इस पर्व ने आध्यात्मिकता का अभूतपूर्व माहौल बनाया। जानिए इस भव्य आयोजन के बारे में और भी जानकारी!

Key Takeaways

  • दीपोत्सव का आयोजन अयोध्या में धूमधाम से होता है।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रथ खींचा और आरती उतारी।
  • रामकथा पार्क में आध्यात्मिक वातावरण बना।
  • दीपावली का पर्व भारत की सांस्कृतिक धरोहर है।
  • राज्य सरकार ने दीपोत्सव को पुनर्प्रतिष्ठित करने का कार्य किया।

अयोध्या, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में दीपोत्सव के इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम के राज्याभिषेक के मौके पर रथ खींचा, आरती उतारी और भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और गुरु वशिष्ठ का तिलक किया।

रामकथा पार्क में जय श्रीराम के उद्घोष से वातावरण गुंजायमान हो गया, वहीं पुष्पक विमान के रूप में हेलीकॉप्टर से आए राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के स्वरूपों ने पूरे माहौल में आध्यात्मिकता का संचार किया। इस दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जयवीर सिंह, राकेश सचान और सतीश शर्मा भी आरती में शामिल हुए।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और अन्य संत महंतों ने भी आरती में भाग लिया। इस समारोह में हजारों की संख्या में संत, महंत, श्रद्धालु और पर्यटक शामिल हुए। रामनगरी में दीपोत्सव की धूमधाम के साथ तैयारी हो रही है। पुष्पक विमान के रूप में हेलीकॉप्टर से राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान के स्वरूप रामकथा पार्क हेलीपैड पर पहुंचे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई मंत्रियों के साथ भगवान के स्वरूपों का स्वागत किया। यहाँ राम जानकी की वंदना के साथ भरत मिलाप भी हुआ। अन्य मंत्रियों ने भी स्वागत में माल्यार्पण किया। दीपोत्सव के लिए राम की पैड़ी पर दीयों में बाती डालने का कार्य प्रारंभ हो गया है। बाती डालने के बाद दीयों में सरसों का तेल डाला जाएगा।

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने प्रभु श्रीराम से सुख-समृद्धि और मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार शांति, एकता और सद्भाव का संदेश देते हैं और सामाजिक सौहार्द में वृद्धि करते हैं। दीपावली भारत की सनातन धर्म की परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने और रामराज की शुरुआत की स्मृति में मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या, उत्तर प्रदेश में स्थित है। राज्य सरकार अयोध्या में दीपावली के आयोजन की प्राचीन और गौरवशाली परंपरा को दीपोत्सव के माध्यम से पुनर्प्रतिष्ठित कर रही है।

Point of View

बल्कि यह समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। अयोध्या की पावन भूमि पर दीपोत्सव का आयोजन, राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में उभरता है। यह समय है जब हम सभी मिलकर अपने सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करें।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

दीपोत्सव का आयोजन कब होता है?
दीपोत्सव का आयोजन हर वर्ष दीपावली के अवसर पर होता है।
इस वर्ष दीपोत्सव में कौन-कौन शामिल हुए?
इस वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री और हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
दीपोत्सव का उद्देश्य क्या है?
दीपोत्सव का उद्देश्य शांति, एकता और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना है।
क्या दीपोत्सव में कोई विशेष परंपरा है?
हाँ, दीपोत्सव में भगवान श्रीराम का रथ खींचना और आरती उतारना एक विशेष परंपरा है।
इस वर्ष दीपोत्सव में कौन से प्रमुख नेता शामिल हुए?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई अन्य मंत्री शामिल हुए।