क्या नेमप्लेट विवाद में बाबा रामदेव ने पूर्वजों को लेकर बड़ा बयान दिया?

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क्या नेमप्लेट विवाद में बाबा रामदेव ने पूर्वजों को लेकर बड़ा बयान दिया?

सारांश

कांवड़ यात्रा से पहले बाबा रामदेव ने 'नेमप्लेट विवाद' पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू हैं, और नाम छिपाना अनुचित है। बाबा ने शिवभक्तों से संयम और धैर्य रखने की अपील की है। जानें उनके विचार और संदेश।

Key Takeaways

  • मुसलमानों के पूर्वज हिंदू हैं।
  • नाम छिपाना अनुचित है।
  • शिवभक्तों से संयम और धैर्य की अपील।
  • व्यसन-मुक्त जीवन जीने का संकल्प।
  • एकता में ही राष्ट्रीय अखंडता है।

हरिद्वार, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांवड़ यात्रा से पूर्व ‘नेमप्लेट विवाद’ पर योग गुरु बाबा रामदेव ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। बाबा रामदेव का कहना है कि सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू हैं, इसलिए नाम छिपाने में कोई तुक नहीं है। उन्होंने शिवभक्तों से भी खास अपील की है।

रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा, "जैसे रामदेव को हिंदू होने पर गर्व है, वैसे ही मुस्लिम समुदाय को अपने मुस्लिम होने पर गर्व होना चाहिए। सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही हैं। इसलिए नाम छिपाना अनुचित है। नाम बताना चाहिए; यदि किसी की इच्छा होगी तो वह भोजन के लिए आएगा। इसलिए नाम छिपाना न केवल मजहब की दृष्टि से अनुचित है बल्कि धार्मिक और व्यवहारिक दृष्टि से भी।"

उन्होंने यह भी कहा कि सभी को अपने मातृवंश और मजहब पर गर्व होना चाहिए। मुस्लिम भाइयों को अपने मजहब को किसी भी तरह से छिपाना नहीं चाहिए।

योग गुरु रामदेव बाबा ने कांवड़ यात्रियों से भी अपील की है। उन्होंने कहा, "कांवड़ लेकर चलने वाले लोग भगवान शिव के सच्चे भक्त हैं। भगवान शिव पवित्रता के प्रतीक हैं और सनातन धर्म के सबसे बड़े देवताओं में से एक आदि योगी हैं। इसलिए शिव भक्तों को संयम और धैर्य का परिचय देना चाहिए। यदि किसी को बीड़ी-सिगरेट, शराब पीने या भांग जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करने की आदत है, तो उन्हें इस बार कांवड़ लेकर चलते समय भगवान भोलेनाथ को अपनी सारी बुराइयाँ अर्पित करनी चाहिए। उन्हें व्यसन-मुक्त जीवन जीने का संकल्प लेना चाहिए।"

‘भाषा विवाद’ पर योग गुरु ने कहा, "भाषा और अलग-अलग जाति के आधार पर हम हिंदू लड़ते हैं तो इससे हिंदू एकता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर आंच आती है। इसलिए हमें भारतवासी होकर एकजुट रहना चाहिए। हमारी एकता में ही राष्ट्रीय एकता और अखंडता अक्षुण्य रहेगी।"

उन्होंने आगे कहा, "हिंदुत्व का जो मूल दर्शन है, हमें उसे ही समझना है। हम सब एक ही ईश्वर की संतान हैं। भाषाएं अलग हो सकती हैं, रीति-रिवाज भिन्न हो सकते हैं और जाति-वर्ग अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन अभेद दृष्टि को ही हमने जीया है और यही हिंदुत्व है। वेद भी यही कहते हैं।"

Point of View

NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

बाबा रामदेव ने नेमप्लेट विवाद पर क्या कहा?
बाबा रामदेव ने कहा कि सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू हैं और नाम छिपाना अनुचित है।
कांवड़ यात्रा के संदर्भ में बाबा रामदेव ने क्या संदेश दिया?
उन्होंने शिवभक्तों से संयम और धैर्य रखने का अनुरोध किया और नशीले पदार्थों से दूर रहने का संकल्प लेने को कहा।