क्या बलंगा कांड पीड़िता का दिल्ली एम्स में निधन हुआ? मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने जताया दुख

सारांश
Key Takeaways
- बलंगा कांड की पीड़िता का निधन एक दुखद घटना है।
- मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और उप मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया।
- दिल्ली स्थित एम्स में इलाज के दौरान लड़की ने दम तोड़ दिया।
- तीन लड़कों द्वारा आग लगाने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया।
- इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
भुवनेश्वर, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने बलंगा कांड की पीड़िता के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। यह लड़की दिल्ली स्थित एम्स में इलाजरत थी, जहां उसकी हालत बिगड़ने पर उसने दम तोड़ दिया।
इस घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बलंगा कांड में पीड़ित बच्ची की मृत्यु का समाचार सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। सरकार और एम्स, दिल्ली की विशेषज्ञ चिकित्सा टीम के चौबीसों घंटे के प्रयासों के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि बच्ची की आत्मा को शांति मिले और उसके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।"
ओडिशा की उप मुख्यमंत्री प्रवाती परिदा ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया और लिखा, "एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, दिल्ली स्थित एम्स में इलाजरत बलंगा निवासी लड़की का निधन हो गया। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और इस दुखद स्थिति में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।"
ओडिशा पुलिस ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए लिखा, "इस दुखद समय में संवेदनशील या अटकलबाजी वाली टिप्पणी करने से बचें। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि पीड़िता की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मद्देनजर संयम और संवेदनशीलता बरतें।"
गौरतलब है कि 19 जुलाई को 15 साल की लड़की को तीन लड़कों ने आग के हवाले कर दिया था, जिससे वह लगभग 70 प्रतिशत जल गई थी। पहले उसका इलाज भुवनेश्वर स्थित एम्स में किया गया, और बाद में बेहतर उपचार के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया था।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। दिल्ली स्थित एम्स में उपचार के दौरान पीड़ित बच्ची का बयान कई बार रिकॉर्ड किया गया, लेकिन अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।