क्या बांग्लादेश में मॉब लिंचिंग इंसानियत का कत्ल है?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हालिया मॉब लिंचिंग की घटना ने सभी को झकझोर दिया है।
- डॉ. उमर अहमद इलियासी ने इसे इंसानियत का कत्ल बताया।
- हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- भारत सरकार की बांग्लादेश के साथ वार्ता की आवश्यकता है।
- हम सभी को इंसानियत के लिए एकजुट होना होगा।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की मॉब लिंचिंग पर ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी ने अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह इंसानियत का कत्ल है।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद और दर्दनाक है। यह इंसानियत के लिए एक बड़ा कलंक है। जिस प्रकार से उस हिंदू लड़के को बेरहमी से मारा गया, फिर उसके कपड़े उतारे गए और उसकी लाश को पेड़ से लटका दिया गया, यह सब इंसानियत के खिलाफ एक घृणित अपराध है। यह बहुत दुखद है।
उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले भी बांग्लादेश में हिंदुओं और उनकी महिलाओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं, जो अत्यंत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लोग अहसान फरामोश साबित हुए हैं। भारत ने बांग्लादेश के लोगों का सहयोग किया है, और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भारत हमेशा उनके साथ खड़ा रहा है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि मानवाधिकार संगठन कहां हैं, जो इस तरह की घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं? मैं बांग्लादेश के मुसलमानों और चीफ इमाम से पूछता हूं कि इस्लाम की सच्ची शिक्षाएं क्या हैं? इस्लाम तो जीवन की रक्षा का संदेश देता है, न कि हत्या का। अगर मुसलमान इस तरह के कृत्यों में लिप्त रहेंगे, तो वे अल्लाह के सामने क्या जवाब देंगे?
उन्होंने बांग्लादेश की यूनुस सरकार से अपील की कि हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को तुरंत रोका जाए। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि बांग्लादेश सरकार से वार्ता करके वहां हो रहे अत्याचारों को रोकने का प्रयास करें। 2026 में पश्चिम बंगाल में चुनाव होने वाले हैं, और चूंकि हमारा बॉर्डर बांग्लादेश से सटा हुआ है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का भी विषय है। आज देश के अंदर घुसपैठिए मौजूद हैं, जिन्हें भारत से बाहर निकालना होगा।
बांग्लादेश में जो अत्याचार हिंदुओं पर हो रहे हैं, मैं भारत की मस्जिदों के इमामों से पूछता हूं कि आपकी इंसानियत कहां गई? हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। हमें एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। हम भारतीय एक हैं। इंसानियत सबसे पहले है। हमें इंसानियत का धर्म बचाना है। जो हो रहा है, वह अत्यंत दुखद है।