क्या बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा हमला शर्मनाक है?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की निंदा की गई है।
- मानवता पर हमले को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
- यूएन से हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।
- भारत में भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- सामाजिक और धार्मिक तनाव बढ़ता जा रहा है।
मुरादाबाद, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे हमले एक सभ्य समाज में किसी भी हालात में स्वीकृत नहीं किए जा सकते। यह मानवता पर एक बड़ा प्रहार है।
सोमवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में भी कई स्थानों पर मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं। बांग्लादेश में भी बड़ी संख्या में हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे हमलों को लेकर आम जनता में आक्रोश भी देखा जा रहा है। हमें समाज में प्रताड़ित लोगों के पक्ष में अपनी आवाज उठानी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता ने यह भी कहा कि यदि आज इंदिरा गांधी हमारे बीच होतीं, तो इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं होती। इंदिरा गांधी बांग्लादेश को मुकाबला देने की साहस रखती थीं। यह दुखद है कि अब हमारे पास ऐसा कोई नेता नहीं है, जो बांग्लादेश को माकूल जवाब देने की ताकत रखता हो।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में शासन कर रहे लोग न केवल हिंदुओं के बल्कि मुस्लिमों के खिलाफ भी हैं। ऐसा कर वे सोचते हैं कि हिंदू भाई खुश हो जाएंगे, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। देश की राजनीति इस समय खराब दौर से गुजर रही है।
उन्होंने मांग की है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के मामले में यूएन को हस्तक्षेप करना चाहिए। हमारे देश की ओर से पीसकीपिंग फोर्सेज भेजी जानी चाहिए, जिसमें हमारे देश की सेना भी बांग्लादेश भेजी जाए।