क्या बांग्लादेश इस्लामिक जिहादी चरमपंथियों का अड्डा बन गया है?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की बढ़ती घटनाएँ।
- विनोद बंसल की चिंता और अपील।
- क्यों विपक्षी नेता मौन रहते हैं?
- मानवता के लिए यह एक गंभीर खतरा है।
- संजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि बांग्लादेश इस्लामिक जिहादी चरमपंथियों का एक मुख्य केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने चिंता जताई कि जब जिहादियों द्वारा हिंदुओं पर हमले होते हैं, तब भारत में कई विपक्षी नेता मौन रहते हैं, जैसे उनके मुँह पर ताला लगा हो।
विनोद बंसल ने कहा कि ये घटनाएँ बेहद चिंताजनक और शर्मनाक हैं, जो मानवता के लिए एक गंभीर खतरा हैं।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुओं और अन्य गैर-मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पूरे मानवता के लिए लज्जाजनक हैं। हाल ही में, बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने दीपू चंद्र दास नामक युवक की हत्या कर दी, जिसके बाद भीड़ ने उसे पीटा और पेड़ से बांधकर उसका शव जला दिया। यह घटना पूरी दुनिया और वैश्विक मानवता के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है।
इसके अलावा, कट्टरपंथियों ने अखबारों, पत्रकारों, और भारतीय दूतावास को भी निशाना बनाया है। विनोद बंसल ने कहा कि वहां इस्लामिक जिहादी मानसिकता हावी हो गई है और सब कुछ नष्ट करने के लिए तैयार हैं, जबकि सरकार मौन है।
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद इन घटनाओं की कड़ी निंदा करती है और भारत सरकार समेत विश्व बिरादरी से अपील करती है कि चुनावों के नाम पर हिंदुओं और भारतीय प्रतिष्ठानों पर हो रहे इन हमलों को तुरंत रोका जाए।
श्रीराम पर आप सांसद संजय सिंह के विवादित बयान पर विनोद बंसल ने कहा कि यह उनके मानसिक दिवालिएपन का प्रमाण है। उन्हें यह समझना चाहिए कि जितना अधिक वे बोलेंगे, उतना ही उनका राजनीतिक आधार कमजोर होगा। यह उनकी पार्टी के लिए आत्महत्या के समान है। संजय सिंह का बयान सिर्फ ओछी मानसिकता का प्रतीक है। जनता एक-एक बयान को नोट करती है और समय आने पर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देती है।