क्या बांग्लादेश मानवाधिकार वॉच ने ढाका विमान हादसे पर स्वतंत्र जांच की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश मानवाधिकार वॉच ने स्वतंत्र जांच की मांग की।
- हादसे में ३२ लोगों की मौत हुई, १६५ से अधिक घायल हुए।
- सरकार को सत्यापित सूची जारी करने की जरूरत है।
- माइलस्टोन स्कूल ने सात सदस्यीय समिति का गठन किया।
- बीएचआरडब्ल्यू ने पीड़ितों को सहायता देने की अपील की।
नई दिल्ली, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश मानवाधिकार वॉच (बीएचआरडब्ल्यू) ने ढाका के दीआबारी में स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज पर हुए बांग्लादेश एयरफोर्स के प्रशिक्षण विमान दुर्घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस घटना में अब तक ३२ लोगों की जान जा चुकी है, जबकि १६५ से अधिक लोग घायल हुए हैं।
बीएचआरडब्ल्यू ने पीड़ित परिवारों और घायलों को तुरंत चिकित्सकीय, मानसिक और आर्थिक सहायता प्रदान करने की अपील की है। साथ ही, इस संगठन ने सरकार से मृतकों और घायलों की एक सार्वजनिक रूप से सत्यापित सूची जारी करने की मांग की है, ताकि परिवारों को जानकारी के अभाव और भ्रम की स्थिति का सामना न करना पड़े।
बीएचआरडब्ल्यू के महासचिव मोहम्मद अली सिद्दीकी ने कहा, “यह हादसा उस समय हुआ जब देश पहले से ही गोपालगंज जिले में सुरक्षा बलों द्वारा की गई हिंसा और दमन के कारण आक्रोशित है। अंतरिम सरकार आम जनता की जायज मांगों को अनदेखा कर हिंसा का सहारा ले रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस हादसे की भयावहता को छिपाने की कोशिश कर रही है और कई मृतकों व घायलों की गिनती अब तक नहीं की गई है। उन्होंने इसे ‘एक राष्ट्रीय त्रासदी’ बताते हुए कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि मानवता का मामला है।
इसी बीच, माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज ने भी एक सात सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो मृतकों, घायलों और लापता लोगों की सही संख्या और पहचान सुनिश्चित करेगी। समिति में स्कूल प्रशासन, शिक्षक, अभिभावक और छात्र प्रतिनिधि शामिल हैं और इसे तीन कार्य दिवस के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
बीएचआरडब्ल्यू ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि वह इस ‘अत्याचारी और कट्टर शासन’ के खिलाफ सच्चाई और न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगा। संगठन ने डॉ. मुहम्मद यूनुस की सरकार से भी आग्रह किया है कि वह इस घटना को राजनीतिक रंग न देकर मानव त्रासदी के रूप में देखें और जवाबदेही तय करें।