क्या बांग्लादेश में 12 फरवरी को आम चुनाव होंगे?: मुख्य सलाहकार प्रो. यूनुस
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में आम चुनाव 12 फरवरी को होंगे।
- मुख्य सलाहकार ने चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष कराने का आश्वासन दिया।
- अमेरिका ने बांग्लादेशी उत्पादों पर टैरिफ घटाया है।
- अंतरिम सरकार चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने वालों का मुकाबला करने के लिए तैयार है।
- चुनाव में लगभग 50 दिन बाकी हैं।
ढाका, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया है कि देश में आम चुनाव निर्धारित समय पर ही होंगे। उन्होंने कहा कि 12 फरवरी को चुनाव होंगे और सरकार इस दिशा में पूरी तरह से तैयार है। प्रोफेसर यूनुस ने यह जानकारी सोमवार को अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के विशेष दूत सर्जियो गोर के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान दी।
मुख्य सलाहकार ने अपनी बात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया।
उन्होंने कहा कि देश की जनता लंबे समय से अपने मताधिकार का उपयोग करने का इंतजार कर रही है, जिसे पहले की तानाशाही सरकार ने उनसे छीन लिया था। अंतरिम सरकार का उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराना है, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर जनता का विश्वास मजबूत हो सके।
यूनुस ने बताया कि यह बातचीत ढाका समयानुसार शाम लगभग 7:30 बजे हुई और यह लगभग आधे घंटे तक चली। बातचीत में बांग्लादेश-अमेरिका व्यापार और टैरिफ समझौते, आगामी चुनाव, बांग्लादेश का लोकतांत्रिक संक्रमण और युवा राजनीतिक कार्यकर्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
अमेरिकी विशेष दूत सर्जियो गोर ने हालिया टैरिफ वार्ता में प्रोफेसर यूनुस के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने बताया कि इन प्रयासों के कारण अमेरिका ने बांग्लादेशी उत्पादों पर लगने वाले पारस्परिक टैरिफ को घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया है, जिसे बांग्लादेश के लिए बड़ी कूटनीतिक और आर्थिक सफलता माना जा रहा है।
मुख्य सलाहकार ने यह भी आरोप लगाया कि अपदस्थ तानाशाही शासन के समर्थक चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के लिए भारी मात्रा में धन खर्च कर रहे हैं, जबकि उनका फरार नेता हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि अंतरिम सरकार हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
प्रोफेसर यूनुस ने कहा, "चुनाव में अब लगभग 50 दिन बचे हैं। हम चाहते हैं कि यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण हो और इसे एक मिसाल के रूप में याद रखा जाए।"
इस बातचीत में वाणिज्य सलाहकार शेख बशीरुद्दीन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉ. खलीलुर रहमान और एसडीजी समन्वयक एवं वरिष्ठ सचिव लामिया मोर्शेद भी उपस्थित थे।