क्या पश्चिम बंगाल सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठियों को कर रही है संरक्षित? : मंत्री मंगल पांडे
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या की घटनाएँ चिंता का विषय हैं।
- पश्चिम बंगाल सरकार पर घुसपैठियों को संरक्षण देने के आरोप।
- मंगल पांडे ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया है।
- हिंदू समुदाय में आक्रोश बढ़ रहा है।
- जनता का अधिकार प्रभावित हो रहा है।
पटना, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्याओं और बंगाल के माध्यम से सीमा पार घुसपैठ की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि बांग्लादेश की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है और वहां घटित घटनाएं निंदनीय हैं।
पांडे ने आगे बताया कि बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति अस्थिर है, जिससे वहां की परिस्थितियों पर असर पड़ रहा है। यह प्रभाव पश्चिम बंगाल में भी स्पष्ट है, क्योंकि यह एक पड़ोसी राज्य है और वहां के हिंदू समुदाय में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार इस विषय पर पूरी तरह सजग है और बांग्लादेश सरकार के संपर्क में है।
मंगल पांडे ने यह आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के रास्ते घुसपैठिए भारत में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार, जो घुसपैठियों के संरक्षण के लिए जानी जाती है, उनके मतों पर निर्भर है।
उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर आरोप लगाया कि वह घुसपैठियों को संरक्षित कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल में हालात बिगड़ रहे हैं। इन नीतियों के कारण वहाँ के लोगों के अधिकार प्रभावित हो रहे हैं और घुसपैठियों को मतदाता बनाकर वोट का लाभ लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का पूरा हिंदू समाज इस स्थिति से नाराज है और ममता सरकार की नीतियों का विरोध कर रहा है।
मतुआ समुदाय के विवाद पर पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी समाज को साथ लेकर चलती है और मतुआ समाज पूरी तरह पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहा है। उनका कहना है कि पार्टी का बड़ा समर्थन ममता बनर्जी को ऐसे बयान देने के लिए मजबूर करता है। उन्होंने कहा कि पार्टी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलती है और लोकतंत्र की रक्षा करती है।
इसके अलावा, बिहार में पार्टी की गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन का स्वागत मंगलवार को पटना में उत्साह के साथ किया जाएगा। पूरे बिहार से पार्टी कार्यकर्ता पटना में अपने नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के अभिनंदन के लिए जुटेंगे। पटना की सड़कों पर अलग ही माहौल होगा और यह कार्यक्रम ऐतिहासिक साबित होगा।
पांडे ने कहा कि पूरे राज्य से पार्टी कार्यकर्ता नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए जुट रहें हैं।