क्या बाराबंकी मंदिर में हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हुई?

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क्या बाराबंकी मंदिर में हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हुई?

सारांश

बाराबंकी के मंदिर परिसर में हुए हादसे ने श्रद्धालुओं को झकझोर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। जानें इस दर्दनाक घटना के बारे में।

Key Takeaways

  • दो श्रद्धालुओं की मौत
  • 20 से अधिक घायल
  • मुख्यमंत्री का शोक
  • राहत कार्य में तेजी
  • दुर्घटना का कारण बिजली का तार

लखनऊ, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। यूपी के बाराबंकी स्थित श्री अवसानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में सोमवार को एक खतरनाक हादसा हुआ, जब बिजली का तार टूटकर गिर गया। इस घटना में दो व्यक्तियों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सीएम योगी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया कि वे मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य को तेज करें।

मुख्यमंत्री योगी ने इस दुखद घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाने और उनके उचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

योगी आदित्यनाथ कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बाराबंकी स्थित श्री अवसानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हुए हादसे में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सीएम ने जिला प्रशासन को घायलों के उचित उपचार और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।"

पोस्ट में यह भी कहा गया, "सीएम योगी ने महादेव से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है।"

यह हादसा सावन के तीसरे सोमवार को जलाभिषेक के दौरान हुआ। रात करीब 2 बजे मंदिर परिसर में बिजली का तार टूटकर टीन शेड पर गिर गया, जिससे करंट फैल गया। इस घटना की वजह से मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। हादसे के तुरंत बाद डीएम शशांक त्रिपाठी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।

जिला मजिस्ट्रेट शशांक त्रिपाठी ने बताया कि कुछ बंदरों के बिजली के तार पर कूदने के कारण तार टूट गया और मंदिर के टीन शेड में करंट फैल गया। इस स्थिति से भीड़ में हड़कंप मच गया और भगदड़ हुई। घायलों को तुरंत हैदरगढ़, त्रिवेदीगंज सीएचसी और बाराबंकी जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।

Point of View

बाराबंकी में श्रद्धालुओं की मौत की खबर चौंकाने वाली है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे सुरक्षा प्रबंधन में चूक से जानमाल का नुकसान हो सकता है। हमें इस पर विचार करना चाहिए कि कैसे ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

बाराबंकी मंदिर हादसा कब हुआ?
यह हादसा 28 जुलाई को हुआ।
इस हादसे में कितने लोग घायल हुए?
इस हादसे में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए।
मुख्यमंत्री ने क्या प्रतिक्रिया दी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
हादसे का कारण क्या था?
हादसे का कारण बिजली का तार टूटना और करंट फैलना था।
घायलों का इलाज कहाँ चल रहा है?
घायलों का इलाज हैदरगढ़, त्रिवेदीगंज सीएचसी और बाराबंकी जिला अस्पताल में चल रहा है।