क्या बर्जिस देसाई ने पीएम मोदी के जीवन पर बेहतरीन किताब लिखी?

Click to start listening
क्या बर्जिस देसाई ने पीएम मोदी के जीवन पर बेहतरीन किताब लिखी?

सारांश

बर्जिस देसाई की नई किताब ‘मोदीज मिशन’ में पीएम मोदी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को गहराई से प्रस्तुत किया गया है। सीएम फडणवीस और राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इस पुस्तक का विमोचन किया। जानें इस पुस्तक में क्या खास है!

Key Takeaways

  • बर्जिस देसाई की लेखनी में पीएम मोदी का जीवन दर्शन है।
  • किताब में मोदीजी के बचपन की कहानी है।
  • मोदीजी के द्वारा लिए गए कठोर फैसलों का विवरण है।
  • यह पुस्तक डिजिटल इंडिया के प्रभाव को भी दर्शाती है।
  • किताब में गांधी जी और पीएम मोदी की समानताएँ हैं।

मुंबई, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वकील और लेखक बर्जिस देसाई की पुस्तक ‘मोदीज मिशन’ का विमोचन किया।

सीएम फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्यपाल द्वारा बर्जिस देसाई की पुस्तक ‘मोदीज मिशन’ का विमोचन हुआ है। बर्जिस देसाई एक प्रसिद्ध लेखक, स्तंभकार और सम्मानित पत्रकार हैं। इस महत्वपूर्ण पुस्तक में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन के कई पहलुओं को ठोस प्रमाणों और गहरी अंतर्दृष्टि के साथ प्रस्तुत किया है।

उन्होंने आगे कहा कि बर्जिस देसाई ने पीएम मोदी के जीवन पर एक बेहतरीन किताब लिखी है।

सीएम फडणवीस ने बताया कि इस पुस्तक में पीएम मोदी के बचपन से लेकर वर्तमान तक के सफर को दर्शाया गया है। यह स्पष्ट किया गया है कि मोदी के व्यक्तित्व का निर्माण कैसे हुआ और इसके पीछे कौन से मूल्य और नैतिकताएं हैं। उनके द्वारा लिए गए कठोर निर्णयों और संवैधानिक संस्थाओं को मजबूत करने के प्रयासों को भी प्रकाश में लाया गया है। पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत’ का जो सपना देखा है, उसे कैसे साकार कर रहे हैं, यह पुस्तक पुख्ता सबूतों के साथ बताती है।

लेखक ने उल्लेख किया है कि 20वीं सदी का भारत महात्मा गांधी के नाम से जाना जाता था, और 21वीं सदी का भारत पीएम मोदी के नाम से पहचाना जाएगा। यह पुस्तक अत्यंत पठनीय है।

किताब के लेखक बर्जिस देसाई ने कहा कि मैंने इस पुस्तक में महात्मा गांधी के मिशन की मुख्य विशेषताओं और पीएम मोदी द्वारा देश के लिए किए गए कार्यों की समानता को उजागर किया है। दोनों की कहानी बलिदान और सेवा की है। गांधी जी ने हमें 1947 में स्वतंत्रता दिलाई, और यदि भारत 2047 तक महाशक्ति बनता है, तो इसके लिए पीएम मोदी को याद किया जाएगा।

एक पुस्तक प्रेमी ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में न केवल देश को संवारा, बल्कि विदेश में रहने वाले भारतीयों को भी गर्व का अनुभव कराया। डिजिटल इंडिया के माध्यम से उन्होंने लोगों को बैंकिंग से जोड़ा। आज रेहड़ी-पटरी पर दुकान चलाने वाला व्यक्ति भी सीधे अपने बैंक खाते में पैसा प्राप्त कर सकता है, जिससे उसे खुल्ले की परेशानी से मुक्ति मिली है।

एक अन्य पुस्तक प्रेमी ने कहा कि मुझे खुशी है कि बर्जिस ने पीएम मोदी की यात्रा पर यह पुस्तक लिखी। राज्यपाल ने इसका विमोचन किया और सीएम फडणवीस इस दौरान उपस्थित रहे।

शिवसेना के राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा कि लेखक बर्जिस देसाई, जिन्हें मैं कई वर्षों से जानता हूं, मेरी ओर से उन्हें बधाई। इस पुस्तक के माध्यम से हम युवाओं को प्रेरित कर सकते हैं। इसे हर भाषा में अनुवादित करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग पीएम मोदी के कार्यों और उनके बचपन के बारे में जान सकें।

सांसद ने पीएम मोदी से अपनी पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि वह आज तक नहीं भूल पाए हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बर्जिस देसाई की पुस्तक न केवल पीएम मोदी के कार्यों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे उनका नेतृत्व भारत को एक महाशक्ति बनाने की दिशा में अग्रसर है। इस प्रकार की लेखनी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हो सकती है।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

बर्जिस देसाई की पुस्तक ‘मोदीज मिशन’ किस बारे में है?
यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन के विभिन्न पहलुओं, उनके कार्यों और उनके नेतृत्व की विशेषताओं पर केंद्रित है।
इस पुस्तक का विमोचन कब हुआ?
इसका विमोचन 24 अक्टूबर 2023 को राज्यपाल आचार्य देवव्रत और सीएम देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में हुआ।
किताब में पीएम मोदी के किस पहलू को उजागर किया गया है?
किताब में पीएम मोदी के बचपन से लेकर उनके राजनीतिक सफर और उनके द्वारा लिए गए निर्णयों का वर्णन किया गया है।
क्या यह पुस्तक युवाओं के लिए प्रेरणादायक हो सकती है?
हाँ, यह पुस्तक युवाओं को पीएम मोदी की यात्रा और उनके कार्यों के माध्यम से प्रेरित कर सकती है।
बर्जिस देसाई कौन हैं?
बर्जिस देसाई एक प्रसिद्ध लेखक, स्तंभकार और सम्मानित पत्रकार हैं, जो कि पीएम मोदी के जीवन पर यह पुस्तक लिख चुके हैं।