बवाना हत्याकांड: क्या दिल्ली पुलिस ने बदमाशों को मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया?

सारांश
Key Takeaways
- बवाना हत्याकांड में दो बदमाशों की गिरफ्तारी से पुलिस ने गैंगवार की सक्रियता को रोकने की कोशिश की है।
- पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान दो पिस्टल और सात जिंदा कारतूस बरामद किए।
- इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि गैंगस्टर गतिविधियां बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बवाना हत्याकांड में शामिल दो बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर के बाद पकड़ा है। हाल ही में बवाना में गैंगस्टर मनजीत महल के भांजे दीपक की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में दीपक की बेटी भी घायल हुई थी। गिरफ्तार किए गए बदमाशों में विजय और सोमवीर शामिल हैं।
दिल्ली के सेक्टर-34 रोहिणी क्षेत्र में शुक्रवार तड़के एक मुठभेड़ हुई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को कपिल सांगवान उर्फ नंदू और वेंकट गर्ग गैंग के शार्प शूटरों के बारे में जानकारी मिली थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और शार्प शूटर विजय और सोमवीर को घेर लिया।
पुलिस के अनुसार, दोनों बदमाशों को सेक्टर-34 रोहिणी में मुनक नहर के पास घेरा गया। उन्हें बार-बार सरेंडर करने की चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने पुलिस पर पांच राउंड फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए। मुठभेड़ में दोनों के पैरों में गोली लगी, जिन्हें बाद में पुलिस ने पकड़ लिया।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि सोमवीर हरियाणा के हिसार जिले के खेड़ी जलीब गांव का है, जबकि विजय चंडीगढ़ की भास्कर कॉलोनी का निवासी है। इन बदमाशों के पास से दो पिस्टल और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, सोमवीर उर्फ चीनू पर बवाना थाना क्षेत्र में दीपक की हत्या और उसकी बेटी अंचल को गोली मारकर घायल करने का आरोप है। विजय पहले भी कई अपराधों में संलिप्त रहा है।
पिछले हफ्ते बवाना में ट्रेडिंग व्यवसाय से जुड़े दीपक को मॉर्निंग वॉक के दौरान गोली मारी गई थी। वह नांगल ठाकरान गांव में रहते थे। हमले के समय दीपक के साथ उनकी बेटी भी थी। बाइक पर आए दो हमलावरों ने दीपक पर फायरिंग की थी, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस इस घटना को गैंगवार के रूप में देख रही है, क्योंकि दीपक गैंगस्टर मनजीत महल से संबंधित था और उसकी नंदू गैंग से दुश्मनी थी। गिरफ्तार किए गए बदमाशों के भी नंदू गैंग से संबंध बताए जा रहे हैं।