क्या बंगाल के हुगली में एक ही परिवार के तीन लोग मृत पाए गए?
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल के हुगली में एक परिवार के तीन सदस्यों की दुखद मौत।
- संभावित आत्महत्या और जहर देने का मामला।
- पारिवारिक तनाव और आर्थिक समस्याएं मुख्य कारण।
- पुलिस जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार।
- समाज में पारिवारिक समस्याओं का बढ़ता मुद्दा।
कोलकाता, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में एक दुखद घटना में एक परिवार के तीन सदस्य शनिवार को चंपदानी स्थित अपने निवास में मृत पाए गए।
मृतकों की पहचान मोहम्मद केयामुद्दीन, उनकी पत्नी मुमताज परवीन और उनकी आठ वर्षीय बेटी अफसा के रूप में हुई है। परवीन और अफसा के शव बिस्तर पर पड़े मिले, जबकि केयामुद्दीन का शव फंदे से लटका हुआ मिला।
प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि केयामुद्दीन ने आत्महत्या करने से पहले अपनी पत्नी और बेटी को जहर दिया होगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कमरे की हरी दीवार पर एक संदेश लिखा था, जिसमें परिवार के सात अन्य सदस्यों के नाम शामिल थे। सूची के नीचे अंग्रेजी में संख्या “7” अंकित थी।
जांचकर्ता यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि क्या केयामुद्दीन और उनके द्वारा लिखे गए संदेश को इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
उत्तर 24 परगना के बैरकपुर न्यायालय में क्लर्क के रूप में कार्यरत केयामुद्दीन के अपने भाई के साथ संबंध खराब थे और वह आर्थिक तंगी का सामना कर रहा था।
उसने कथित तौर पर भारी कर्ज लिया था और अपने पिता से पारिवारिक जमीन का एक टुकड़ा बेचने का आग्रह किया था, जिसे उसके पिता ने परिवार के भविष्य की चिंता का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया था।
दंपति के माता-पिता लकवाग्रस्त हैं और पास ही एक अलग घर में निवास करते हैं।
पुलिस उन रिपोर्टों की भी जांच कर रही है, जिनमें कहा गया है कि केयामुद्दीन ने पांच साल पहले गुपचुप तरीके से दूसरी शादी कर ली थी और बैरकपुर की एक महिला ने हाल ही में सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ आरोप लगाए थे।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए चुंचुरा इमामबाड़ा अस्पताल भेजा गया है।
चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट की उपायुक्त इशानी पाल ने कहा, "प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पारिवारिक कलह ही इसका कारण हो सकता है। पोस्टमार्टम के बाद सही कारण का पता चलेगा। पूरी जांच चल रही है।"