क्या बेतिया भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल से मांगी गई 10 करोड़ रुपए की रंगदारी?
Key Takeaways
- डॉ. संजय जायसवाल को 10 करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग मिली।
- पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है और छापेमारी कर रही है।
- सांसद के बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई है।
- यह घटना बिहार में अपराध के बढ़ते स्तर को दर्शाती है।
- सांसद ने इस मामले में मीडिया को जानकारी दी।
बेतिया, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के बेतिया से एक चौकाने वाली घटना सामने आई है। यहाँ के सांसद डॉ. संजय जायसवाल से अपराधियों ने दस करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की है, और अगर रंगदारी नहीं दी गई तो उनके बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी गई है।
जानकारी के अनुसार, २३ अक्टूबर को दो अलग-अलग नंबरों से सांसद के फोन पर रंगदारी की मांग की गई। सांसद ने शनिवार को नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
पुलिस इस मामले में एक टीम बनाकर छापेमारी कर रही है। वहीं, सांसद के पुत्र डॉक्टर शिवम जायसवाल को मिली जान की धमकी के चलते पुलिस विभाग में हड़कंप का माहौल है।
बेतिया सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉ. संजय जायसवाल से रंगदारी की मांग की गई है, और अगर यह रकम नहीं दी गई तो उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई है।
उन्होंने कहा कि नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बहुत जल्द रंगदारी मांगने वाले अपराधी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। जल्दी ही एक खुलासा किया जाएगा।
सदर एसडीपीओ ने बताया कि इस संबंध में बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि शुक्रवार को उनके नंबर पर दो अलग-अलग नंबरों से फोन आया, जिसमें उनसे 10 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई है, और यदि रकम नहीं दी गई तो उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने अपना होमवर्क कर लिया है, जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
गौरतलब है कि हाल ही में बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने राजद को घेरते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला था।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "तेजस्वी यादव को शहाबुद्दीन के जमाने की तरह बैलेट लूटने की आदत है। आजकल वह होते नहीं हैं। अब आमतौर पर ईवीएम से वोट होता है और आम नागरिक वोट देता है। ऐसे में जब तक बिहार में आम नागरिक वोट देगा, तब तक तेजस्वी यादव का सूपड़ा साफ होगा।"