क्या आशीष कुमार चौहान भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए पर हस्ताक्षर का साक्षी बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- ब्रिटेन और भारत के बीच एफटीए पर हस्ताक्षर का महत्वपूर्ण क्षण।
- आशीष कुमार चौहान ने इस अवसर पर गर्व का अनुभव किया।
- यह समझौता भविष्य में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देगा।
- सरकार यूरोपीय संघ और अन्य देशों के साथ भी बातचीत कर रही है।
- मुक्त व्यापार समझौता कई उद्योगों के लिए नए अवसर लाएगा।
लंदन, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्ष कीर स्टारमर की उपस्थिति में भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करना उनके लिए एक गर्व का विषय है।
चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "24 जुलाई, 2025 को प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटेन के पीएम के साथ ब्रिटिश प्रधानमंत्री के निवास चेकर्स पर भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर का साक्षी बनना मेरे लिए सम्मान की बात रही।"
उन्होंने पहले शुक्रवार को कहा था कि यह ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निकट भविष्य में कई व्यापार समझौतों का संकेत है।
न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए, चौहान ने बताया कि भारत-ब्रिटेन एफटीए पर बातचीत पिछले तीन-चार वर्षों से चल रही थी।
उन्होंने कहा, "जब 4-5 साल पहले बातचीत शुरू हुई थी, तब ब्रिटेन में कंजर्वेटिव सरकार थी। तब से, सत्ता परिवर्तन हुए हैं, लेकिन जिस तरह से कंजर्वेटिव और लेबर दोनों पार्टियों ने मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का समर्थन किया, वह सराहनीय है।"
चौहान के अनुसार, भारत-ब्रिटेन एफटीए निकट भविष्य में अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान जैसे अन्य देशों के साथ कई व्यापार समझौतों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत और यूरोपीय संघ 2025 के अंत तक एक मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बनाने का लक्ष्य रख रहे हैं।
आने वाले महीने भारत के वैश्विक व्यापार संबंधों के लिए महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि सरकार यूरोपीय संघ और आसियान जैसे प्रमुख भागीदारों के साथ बातचीत को तेजी से आगे बढ़ा रही है। इस बीच, अमेरिका के साथ बातचीत भी गति पकड़ रही है।
एनएसई के सीईओ ने कहा, "दुनिया ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में भारत की जबरदस्त प्रगति देखी है और यह मुक्त व्यापार समझौता कई उद्योगों के लिए बेहतर भविष्य लेकर आएगा।"