क्या भारत-ब्रिटेन की दोस्ती तेजी से आगे बढ़ रही है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत-ब्रिटेन की दोस्ती तेजी से बढ़ रही है।
- 10,000 नए रोजगार सृजित हुए हैं।
- बिलियन पाउंड का निवेश हुआ है।
- द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य 2050 तक दोगुना करना है।
- रेयर अर्थ मिनरल्स का महत्व बढ़ रहा है।
मुंबई, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने हाल ही में दो दिवसीय भारत दौरा किया, जो उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद का पहला दौरा है। इस दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टार्मर ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट साझा किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि भारत-ब्रिटेन की दोस्ती तेजी से प्रगति कर रही है और इसे जोश से भरा हुआ बताया। एक तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनकी यात्रा की शुरुआत थी जब वे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में भाग लेने के लिए एक साथ निकले थे।
कीर स्टार्मर ने भी 'एक्स' पर लिखा, "भारत के साथ हमारी साझेदारी ब्रिटिश लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इससे 10,000 नए रोजगार उत्पन्न हुए हैं और ब्रिटेन में 1.3 बिलियन पाउंड का निवेश हुआ है। यह ब्रिटिश रोजगार और व्यवसाय को समर्थन प्रदान कर रहा है।"
इससे पहले, मोदी ने कहा कि भारत-यूके के बीच व्यापार समझौता दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए विकास और समृद्धि का एक रोडमैप है। इससे एमएसएमई को मजबूती मिलेगी और लाखों युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर खुलेंगे।
मुंबई में भारत-यूके सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि आज हमारा द्विपक्षीय व्यापार लगभग 56 अरब डॉलर का है और इसे 2050 तक दोगुना करने का लक्ष्य है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह लक्ष्य समय से पहले हासिल किया जाएगा। भारत स्थिरता और व्यापक मांग प्रदान करता है, जिससे हर क्षेत्र में बड़े अवसर मौजूद हैं।
मोदी ने रेयर अर्थ मिनरल के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि ये औद्योगिक विकास और ऊर्जा सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और कीर स्टार्मर ने सीईओ फोरम में एक साथ भाग लिया, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख व्यापारिक और वित्तीय नेता शामिल हुए।