क्या भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर मुख्य वार्ता संपन्न हो गई? : विक्रम दोराईस्वामी

सारांश
Key Takeaways
- भारत-ब्रिटेन एफटीए की मुख्य वार्ता संपन्न हुई।
- प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा का महत्व।
- समझौते से व्यापार दोगुना होने की संभावना।
- ब्रिटेन को भारत के 99 प्रतिशत निर्यात पर शून्य शुल्क मिलेगा।
- कानूनी जांच की प्रक्रिया अभी बाकी है।
लंदन, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही ब्रिटेन की दो दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम की यात्रा से पहले, ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोराईस्वामी ने मंगलवार को बताया कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर मुख्य वार्ता पूरी हो चुकी है। इस समझौते से जुड़ी कुछ अंतिम कागजी कार्रवाई अभी बाकी है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी यूके की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं, जो 23 से 24 जुलाई तक चलेगी। यह उनकी चौथी यूके यात्रा है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में दोराईस्वामी ने कहा, "दोनों देश व्यापार और निवेश पर व्यापक चर्चा करेंगे, खासकर इस बात पर कि समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद इसे कैसे लागू किया जाए और दोनों देश अपने आर्थिक संबंधों को और कैसे मजबूत कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में कार्यरत भारतीय कंपनियाँ काफी हद तक संतुष्ट हैं।
दोराईस्वामी के अनुसार, "मुख्य मुक्त व्यापार समझौते की वार्ताएं समाप्त हो चुकी हैं, जैसा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने 6 मई को घोषणा की थी। हालांकि, कुछ कागजी कार्रवाई को अभी भी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। इसे 'कानूनी जांच' कहा जाता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समझौता कानूनी रूप से सही है और सभी दस्तावेज तैयार हैं।"
उन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम प्रधानमंत्री की यात्रा की तैयारी के लिए लंदन में सक्रिय रूप से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी और स्टार्मर ने इस वर्ष 6 मई को पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के सफल समापन की घोषणा की, जिससे 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना होकर 120 अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मुक्त व्यापार समझौते के अंतर्गत, ब्रिटेन को भारत के 99 प्रतिशत निर्यात पर शून्य शुल्क का लाभ मिलेगा।
बयान में कहा गया है कि यह समझौता भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों जैसे कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान और खिलौने, रत्न और आभूषण सहित अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे इंजीनियरिंग सामान, ऑटो पार्ट्स और इंजन तथा कार्बनिक रसायन के लिए बड़े पैमाने पर निर्यात के अवसर खोलता है।