क्या भारत को आपूर्ति श्रृंखलाओं में वैश्विक स्तर पर विश्वसनीय भागीदार बनने का लक्ष्य है?: पीयूष गोयल

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क्या भारत को आपूर्ति श्रृंखलाओं में वैश्विक स्तर पर विश्वसनीय भागीदार बनने का लक्ष्य है?: पीयूष गोयल

सारांश

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय इंजीनियरिंग के महत्व और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में विश्वसनीय भागीदार बनने के लक्ष्य पर जोर दिया। जानें कि कैसे भारत और फ्रांसीसी कंपनियों के बीच सहयोग से यह संभव हो सकता है।

Key Takeaways

  • भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता वैश्विक स्तर पर अद्वितीय है।
  • सरकार का लक्ष्य भारत को विश्वसनीय भागीदार बनाना है।
  • ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर से नवाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
  • फ्रांसीसी कंपनियों के साथ सहयोग से उत्पादन में वृद्धि हो रही है।
  • मेक इन इंडिया नीति को सशक्त किया जा रहा है।

नई दिल्ली, ६ जुलाई (राष्ट्र प्रेस) केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया है कि भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता वैश्विक स्तर पर कुछ सबसे उन्नत क्षेत्रों को सशक्त कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य भारत को आपूर्ति श्रृंखलाओं में एक विश्वसनीय भागीदार बनाना है।

केंद्रीय मंत्री के अनुसार, भारत में कई ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के माध्यम से डिजाइन और नवाचार पहले से ही हो रहे हैं, "हमारा लक्ष्य अब केवल डिजाइन और नवाचार करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां पेटेंट और उत्पादन भी करना है, ताकि भारत आपूर्ति श्रृंखलाओं में विश्वसनीय भागीदार बन सके।"

उन्होंने देवनहल्ली में कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) के एयरोस्पेस विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) का दौरा किया और देश में फ्रांसीसी प्रमुख सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की संयुक्त पहल की सराहना की।

गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "एसईजेड में कार्यरत कई इकाइयों के लीडरशीप से भी बातचीत की और नीति निर्माण प्रक्रिया को मजबूत करने में सहायता के लिए उनकी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया और सुझाव लिए।"

पिछले महीने, पेरिस एयर शो के ५५वें संस्करण में, विमान इंजन के डिजाइन, विकास और उत्पादन में अग्रणी फ्रांसीसी इंजन निर्माता सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन ने एलईएपी इंजन के रेटेटिंग पार्ट्स के उत्पादन के लिए भारत की प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा कंपनी एचएएल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यह समझौता सरकार की "मेक इन इंडिया" नीति का समर्थन करता है।

एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. डीके सुनील ने कहा, "हमें सफ्रान के साथ इस दीर्घकालिक साझेदारी का विस्तार करने और एलईएपी कार्यक्रम के लिए इनकोनेल भागों के लिए फोर्जिंग प्रक्रियाओं में अपनी औद्योगिक विशेषज्ञता विकसित करने पर गर्व है।"

सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन भारत में अपनी क्षमताओं और उपस्थिति को बढ़ा रहा है। कंपनी पहले से ही हैदराबाद, बेंगलुरु और गोवा में पांच उत्पादन स्थलों का संचालन कर रही है।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि भारत की बढ़ती औद्योगिक क्षमताएँ न केवल आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भी हमें एक मजबूत स्थिति प्रदान करती हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

भारत आपूर्ति श्रृंखलाओं में विश्वसनीय भागीदार क्यों बनना चाहता है?
भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वैश्विक बाजार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।
सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन के साथ भारत का क्या सहयोग है?
भारत और सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन के बीच समझौता विमान इंजन के उत्पादन में सहयोग को बढ़ावा देता है, जो 'मेक इन इंडिया' नीति के तहत है।