क्या अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण हो रहा है भारत-पाकिस्तान मैच?

सारांश
Key Takeaways
- भारत-पाकिस्तान मैच 14 सितंबर को होगा।
- पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का असर इस मैच पर है।
- अंतर्राष्ट्रीय दबाव ने बीसीसीआई को मैच कराने के लिए मजबूर किया।
- ज्वाला सिंह ने खिलाड़ियों की जिम्मेदारी बढ़ने की बात की।
- भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ संबंध तोड़ने का निर्णय लिया।
थाणे, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को मैच आयोजित होने वाला है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, यह पहली बार है जब दोनों टीमें क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने होंगी। इस मैच को लेकर भारत में काफी विरोध हो रहा है। यशस्वी जायसवाल के बचपन के कोच ज्वाला सिंह का कहना है कि एशिया कप में भारतीय टीम को और पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण खेलना पड़ रहा है।
ज्वाला सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, यह पहली बार है जब भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने हैं। दोनों देशों के बीच का तनाव इस मैच को चर्चा में लाता है। पहले बीसीसीआई इस मैच को लेकर संदेह में थी, लेकिन यह एशिया कप है और अन्य टीमें भी इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं। इसलिए, अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण यह मैच हो रहा है। एक भारतीय के नाते मैं इस मैच का समर्थन नहीं करूंगा, लेकिन एक क्रिकेट प्रेमी के नाते, यदि बीसीसीआई ने इस मैच को आयोजित करने का निर्णय लिया है, तो मैं इसका स्वागत करूंगा।"
उन्होंने कहा, खिलाड़ियों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। हमारी सेना ने जिस तरह पहलगाम हमले का बदला लिया और आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, हम चाहेंगे कि हमारे खिलाड़ी भी पाकिस्तान के खिलाफ धमाकेदार जीत दर्ज करें। इससे हमें काफी खुशी होगी। हाल के मुकाबलों में, भारतीय टीम ने अधिकांश मैच जीते हैं, इसलिए इस मैच के दौरान दबाव पाकिस्तान पर अधिक होगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर (रविवार) को मैच होने वाला है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार के संबंध रखने से इनकार कर दिया था। इसके बावजूद, भारत-पाकिस्तान मैच की स्वीकृति सरकार ने एशिया कप को एक वैश्विक टूर्नामेंट बताते हुए दी है। इस फैसले के खिलाफ विरोध हो रहा है।