क्या भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर हंगामा है? अजित पवार बोले- विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा

सारांश
Key Takeaways
- भारत-पाकिस्तान मैच एक बड़ा खेल आयोजन है।
- अजित पवार ने विपक्ष की आलोचना को खारिज किया।
- राजनीति और खेल के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
- हर व्यक्ति का खेल देखने का अपना दृष्टिकोण होता है।
- खेल का महत्व केवल खेल के नजरिए से नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी है।
पुणे, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को एक हाईवोल्टेज मैच का आयोजन होने वाला है। इस मैच को लेकर विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अनुसार, विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं रहा है।
अजित पवार ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, "आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। उन पर वोट चोरी जैसे आरोप हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। हम भी कई वर्षों से राजनीति में हैं। महाराष्ट्र में ऐसे आरोपों को कोई गंभीरता से नहीं लेता। फिर भी यह कहा गया। जिन लोगों ने उन्हें सूचना दी थी, वे बाद में मान गए कि गलती हुई। लेकिन उस समय माहौल बनाने या फेक नैरेटिव सेट करने का प्रयास किया गया।"
उन्होंने आगे कहा, "कई राज्यों में विपक्ष जीत हासिल करता है। जैसे कि ममता बनर्जी कोलकाता में जीतीं, हमने देखा। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जीते, हमने देखा। पंजाब हाल ही में केजरीवाल की पार्टी के पास गया, हमने देखा। कर्नाटक बीच में कांग्रेस के पास गया, हमने देखा। तमिलनाडु स्टालिन के पास है, हमने देखा। तब कोई नहीं बोलता। उस समय सब कुछ अच्छा था। ईवीएम सही, मतदाता सूची सही। लोकसभा के नतीजे में– महाराष्ट्र की 48 में से 31 सीटें विपक्ष ने जीतीं, तब सब कुछ ठीक था। उस समय कोई वोट चोरी नहीं हुई, कहीं वोट बढ़े नहीं, घटे नहीं। यह मेरा स्पष्ट मत है, हार हो तो उसे स्वीकार करना चाहिए और जीत हो तो भी।"
उन्होंने कहा, "मैं यही कह रहा हूं – एक व्यक्ति आलोचना करता है, और आप उसकी बातों को प्रचार देते हैं। जबकि हमारे देश की दृष्टि से देखें तो कहीं ओलावृष्टि होती है, कहीं किसानों की फसल मुश्किल में आती है, खेती में समस्याएं आती हैं या और भी कई मुद्दे हैं। कहीं ट्रैफिक से जुड़े प्रश्न हैं। लेकिन वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं और उसी पर चर्चा करते हैं।"
अजित पवार ने कहा, "अब इसमें दो दृष्टिकोण हो सकते हैं, खेल में ऐसी बातें नहीं लानी चाहिए, ऐसा कहने वाला एक वर्ग है। पाकिस्तान हमारा शत्रु राष्ट्र है। वह लगातार हमारे साथ उलझते रहते हैं। विभिन्न तरीकों से आतंकी कार्रवाई करते रहते हैं। कभी-कभी खेल के जरिए भी विवाद खड़े करते हैं। इसलिए उनसे कोई भी संबंध– चाहे व्यापारिक दृष्टि से हो या किसी अन्य दृष्टि से– नहीं रखना चाहिए, ऐसा कहने वाला भी एक वर्ग है। लेकिन इन सबके बीच एक बड़ा खेल प्रेमी वर्ग है। वह अगर भारत-पाकिस्तान का मैच हो तो सब कुछ छोड़कर भी देखते हैं। उस दिन यातायात भी कम होता है और सभी लोग मैच देखने के लिए बैठते हैं, या जहां मैच होता है, वहां देखने जाते हैं। इसलिए जब ऐसे प्रसंग आते हैं तो उसके दो पहलू होते हैं। आप किस दृष्टिकोण से देखते हैं, उसी से उत्तर मिलता है।