क्या भारत और थाईलैंड के बीच आतंकवाद के खिलाफ ‘मैत्री-2025’ अभ्यास महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत और थाईलैंड के बीच संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभ्यास 'मैत्री-2025'।
- अभ्यास का उद्देश्य इंटरऑपरेबिलिटी और सैन्य कौशल को मजबूत करना।
- अभ्यास 14 सितंबर तक जारी रहेगा।
- संयुक्त गश्त, हथियारों के उपयोग पर जोर।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी शामिल है।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) भारत और थाईलैंड की सेनाएं मिलकर आतंकवाद विरोधी सैन्य अभ्यास कर रही हैं। यह द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘मैत्री-2025’ भारत के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में हो रहा है। इस महत्वपूर्ण अभ्यास का लक्ष्य दोनों देशों की सेनाओं की संयुक्त आतंकवाद-रोधी क्षमता को और अधिक सशक्त बनाना है।
भारतीय सेना के अनुसार, यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के चैप्टर्स के तहत सेमी-अर्बन क्षेत्र में किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आतंकवाद-रोधी अभियानों में दोनों सेनाओं की इंटरऑपरेबिलिटी, प्रशिक्षण, रणनीति और समन्वय कौशल को विकसित करना है। यह ‘मैत्री’ श्रृंखला का 14वां संस्करण है, जो 14 सितंबर तक मेघालय के विदेशी प्रशिक्षण केंद्र, उमरोई में जारी रहेगा।
थाईलैंड का सैन्य दल गुवाहाटी हवाई अड्डे पर पहुंचा, जहां भारतीय सेना ने रॉयल थाई आर्मी की टुकड़ी का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर सैन्य बैंड की धुनों और पारंपरिक सम्मान के साथ मित्र देश की सेना को औपचारिक स्वागत दिया गया।
‘मैत्री’ श्रृंखला का यह अभ्यास पहली बार 2006 में शुरू हुआ था और तब से हर वर्ष भारत और थाईलैंड में बारी-बारी से आयोजित किया जाता रहा है। लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद, यह अभ्यास फिर से भारत में हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को नई गति मिलने की संभावना है। अभ्यास के दौरान दोनों सेनाएं संयुक्त गश्त, हथियारों के उपयोग और आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए व्यक्तियों को छुड़ाने के अभ्यास पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
आने वाले दिनों में, दोनों देशों की सेनाएं आतंकवाद-रोधी ऑपरेशन के विभिन्न अन्य परिदृश्यों का अभ्यास करेंगी। इसके अलावा, उन्हें एक-दूसरे की संस्कृति, परंपरा और सैन्य जीवनशैली से परिचित होने का अवसर भी मिलेगा। भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह अभ्यास न केवल दोनों सेनाओं की परिचालन क्षमता को मजबूत कर रहा है, बल्कि भारत-थाईलैंड मैत्री, विश्वास और रणनीतिक साझेदारी को भी नई ऊंचाई देने का कार्य कर रहा है।
‘मैत्री-2025’ से जुड़े कार्यक्रमों में संयुक्त प्रशिक्षण, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और खेलकूद गतिविधियाँ भी शामिल हैं। इससे पहले, भारतीय सेना के जवानों ने अरुणाचल प्रदेश में ‘युद्ध कौशल 3.0’ सैन्य अभ्यास को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। भारतीय सेना ने इस अभ्यास में मल्टी डोमेन क्षमता, ड्रोन सर्विलांस, रियल-टाइम टारगेट और लाइव अटैक का प्रदर्शन किया। यह अभ्यास अरुणाचल प्रदेश के कामेंग क्षेत्र में आयोजित किया गया था। इन अभियानों में ड्रोन निगरानी, रियल टाइम लक्ष्य निर्धारण, सटीक प्रहार, वायु-तटीय प्रभुत्व और समन्वित युद्धक रणनीतियों का सफल प्रदर्शन किया गया।