क्या भुवनेश्वर के 'नो लिमिट एयर कैफे' में आग लगने के पीछे अवैध बार संचालन का संदेह है?
सारांश
Key Takeaways
- भुवनेश्वर के नो लिमिट एयर कैफे में आग लगी है।
- अवैध बार संचालन के संदेह पर जांच चल रही है।
- पिछले महीने छापेमारी में कोई शराब नहीं मिली थी।
- हुक्का पीने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
- अवैध शराब बिक्री के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है।
भुवनेश्वर, १२ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित पलासुनी क्षेत्र के नो लिमिट एयर कैफे में शुक्रवार की सुबह आग लगने की घटना हुई। सत्य विहार क्षेत्र में अवस्थित इस कैफे के बाहर नो लिमिट बार का बोर्ड लगा हुआ था, जिससे स्थानीय निवासियों में पहले से ही संदेह था कि यहाँ अवैध रूप से बार चलाया जा रहा है। इस घटना के बाद, उच्च अधिकारियों ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं।
एक्साइज डिपार्टमेंट के अनुसार, एक महीने पहले विभाग ने इस कैफे पर की गई छापेमारी में कुछ ग्राहकों को सिगरेट और हुक्का पीते हुए पाया था, लेकिन परिसर से कोई शराब नहीं मिली थी और न ही अवैध बार संचालन के कोई ठोस सबूत मिले थे। अधिकारियों ने कैफे के संचालक को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि वे बिना वैध लाइसेंस के शराब न बेचें।
फिर से आग लगने की इस घटना ने मामले को और गहरा कर दिया है। विभागीय अधिकारियों को घटनास्थल की परिस्थितियों की विस्तृत जांच का निर्देश दिया गया है। आबकारी विभाग ने यह भी बताया कि हुक्का एक निकोटिन-आधारित उत्पाद है, इसलिए इसके लिए किसी प्रकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
भुवनेश्वर के आबकारी अधीक्षक द्वारा जारी एक प्रेस नोट में बताया गया है कि अवैध शराब बिक्री के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में शहर के बार, होटल, रेस्तरां और ढाबों की नियमित रूप से जांच की जा रही है। अब तक कई मामलों में मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
हालिया महीनों में घाटिकिया स्थित स्काई हाई और बापूजी नगर में मेरी गोल्ड पर छापेमारी कर अवैध बार संचालन के आरोप में शराब की बोतलें जब्त की गई थीं और संबंधित व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था।