क्या भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ? ऑटो शेयरों में बिकवाली का प्रभाव

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क्या भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ? ऑटो शेयरों में बिकवाली का प्रभाव

सारांश

भारतीय शेयर बाजार ने आज गिरावट के साथ बंद किया, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमी आई। ऑटो शेयरों में विक्रय से बाजार पर दबाव बना। जानकारों का मानना है कि जीएसटी सुधारों और वैश्विक संकेतों के कारण मुनाफावसूली बढ़ी है। जानें क्या है इसका प्रभाव निवेशकों पर।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स में 386.47 अंक की गिरावट हुई।
  • निफ्टी ने 112.60 अंक की कमजोरी दिखाई।
  • ऑटो शेयरों में बिकवाली ने बाजार पर दबाव डाला।
  • आईटी और मेटल शेयरों में भी गिरावट आई।
  • ग्लोबल संकेतों से निवेशकों में सतर्कता बढ़ी।

मुंबई, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 386.47 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,715.63 पर और निफ्टी 112.60 अंक या 0.45 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,056.90 पर था।

लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 572.15 अंक या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,924.45 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 122.20 अंक या 0.67 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 18,069.55 अंक पर बंद हुआ।

बाजार पर दबाव बनाने का काम ऑटो शेयरों ने किया। निफ्टी ऑटो 1.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके अलावा निफ्टी आईटी 0.72 प्रतिशत, निफ्टी फार्मा 0.53 प्रतिशत, निफ्टी मेटल 0.68 प्रतिशत, निफ्टी रियल्टी 2.49 प्रतिशत, निफ्टी एनर्जी 0.89 प्रतिशत और निफ्टी इन्फ्रा 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।

सेंसेक्स पैक में पावर ग्रिड, एचयूएल, एनटीपीसी, एचीसीएल टेक, मारुति सुजुकी, एलएंडटी, एशियन पेंट्स और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स थे। टाटा मोटर्स, बीईएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स थे।

बाजार के जानकारों ने कहा कि जीएसटी सुधारों के बाद भारतीय बाजारों में मुनाफावसूली देखी गई है, क्योंकि निवेशक मूल्यांकन और दूसरी तिमाही की आय अपेक्षाओं को फिर से निर्धारित कर रहे हैं। एच-1बी शुल्क वृद्धि के कारण आईटी शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा, जबकि चल रही व्यापार वार्ताओं और कमजोर वैश्विक संकेतों से निवेशक सतर्क हो गए हैं। भारतीय बाजार के अपेक्षाकृत उच्च मूल्यांकन और आय वृद्धि में नरमी, एफआईआई द्वारा अपनी स्थिति कम करने का कारण बन रहे हैं।

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान में हुई थी। सुबह 9:29 पर सेंसेक्स 311.90 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,790.20 और निफ्टी 106.40 अंक या 0.42 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,062.65 पर था।

Point of View

यह स्पष्ट है कि वर्तमान बाजार की स्थिति निवेशकों के लिए चिंताजनक है। गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक संकेतों और स्थानीय बाजार के मूल्यांकन में कमी है। हमें सतर्क रहना होगा और स्थिति पर निकटता से नजर रखनी होगी।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
गिरावट का मुख्य कारण ऑटो शेयरों में बिकवाली, जीएसटी सुधारों के बाद मुनाफावसूली और वैश्विक संकेतों की कमजोरी है।
क्या यह गिरावट लंबे समय तक चलेगी?
यह कहना मुश्किल है, लेकिन निवेशकों को बाजार की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए और अपने निवेश के निर्णयों में सावधानी बरतनी चाहिए।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए और संभावित अवसरों की तलाश करनी चाहिए।