क्या भारत के मुख्य सेक्टर की वृद्धि दर नवंबर में 1.8 प्रतिशत रही?
सारांश
Key Takeaways
- भारत के आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक 1.8 प्रतिशत बढ़ा।
- सीमेंट और स्टील में वृद्धि ने सकारात्मक संकेत दिए हैं।
- अप्रैल से नवंबर की अवधि में औद्योगिक उत्पादन में 1.4 प्रतिशत की कमी हुई।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के आठ प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक (आईसीआई) नवंबर में सालाना आधार पर 1.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसमें सीमेंट, स्टील और उर्वरकों जैसे क्षेत्रों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया। यह जानकारी सरकार ने सोमवार को साझा की।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का कोयला उत्पादन नवंबर 2025 में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.1 प्रतिशत बढ़ा है।
हालांकि, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर अवधि में आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में सालाना आधार पर 1.4 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर 2025 में स्टील उत्पादन सालाना आधार पर 6.1 प्रतिशत बढ़ा और यह चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर अवधि में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 9.7 प्रतिशत बढ़ा है।
नवंबर में सीमेंट का उत्पादन 14.5 प्रतिशत बढ़ा। अप्रैल से नवंबर 2025-26 के दौरान यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.2 प्रतिशत बढ़ा।
आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में उर्वरकों का उत्पादन भी 5.6 प्रतिशत बढ़ा और अप्रैल से नवंबर 2025-26 के दौरान इसका कुल सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.3 प्रतिशत बढ़ा है।
आठ प्रमुख उद्योगों का इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) में शामिल घटकों का 40.27 प्रतिशत का भार है और इसमें परिवर्तन का सीधा असर आईआईपी डेटा पर पड़ता है।
सांख्यिकी मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर में भारत के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.4 प्रतिशत रह गई, जिसका कारण "महीने में कई त्योहारों जैसे दशहरा, दिवाली और छठ के कारण कम कार्य दिवस हो सकता है"।
इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के अनुसार, देश की औद्योगिक वृद्धि दर सितंबर और अगस्त में 4 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में चार महीने के उच्चतम स्तर 3.5 प्रतिशत से अधिक थी और यह जून में 1.5 प्रतिशत थी।