क्या भोपाल को 21 दिसंबर को मिलेगी मेट्रो की सौगात?: सीएम मोहन यादव
सारांश
Key Takeaways
- भोपाल में मेट्रो का उद्घाटन 21 दिसंबर को होगा।
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विकास की कई योजनाओं की जानकारी दी।
- नदी जोड़ो अभियान में 90 प्रतिशत अनुदान केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है।
- बुंदेलखंड के विकास के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है।
- खजुराहो में कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी।
छतरपुर, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को आगामी 21 दिसंबर को मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है। यह जानकारी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साझा की है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो में सरकार विभागीय समीक्षा कर रही है और मंगलवार को कैबिनेट की बैठक का आयोजन होने वाला है।
मुख्यमंत्री यादव ने सोमवार को कई विभागों की समीक्षा के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि इसी माह की 21 तारीख को भोपाल नगर को मेट्रो की सौगात दी जाएगी। इसके साथ ही भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर सरकार द्वारा लगभग दो लाख करोड़ रुपए के अलग-अलग कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा।
बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि बुंदेलखंड में केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान के माध्यम से सिंचाई और पेयजल के लिए जल की कमी को पूरा किया जाएगा। नदी जोड़ो अभियान के लिए केंद्र सरकार द्वारा 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से उद्योग और सिंचाई के लिए पर्याप्त जलराशि का प्रबंध किया जाएगा। मध्य प्रदेश इस अभियान में सबसे अग्रणी राज्य है।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड समेत समूचे मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। छतरपुर में ओबेरॉय होटल का शुभारंभ इसी दिशा में एक कदम है। बुंदेलखंड में पर्यटन के साथ-साथ खनन एवं मेडिकल के क्षेत्र में अनेक कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि सरकार के माध्यम से बुंदेलखंड के विकास एवं उत्थान के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, पर्यटन सहित विभिन्न क्षेत्रों के विकास एवं उत्थान के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसके साथ ही बुंदेलखंड अंचल में मेडिकल कॉलेज की भी स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि सरकार और जनता के बीच दूरी कम करने के लिए अब अलग-अलग क्षेत्रों के विकास के लिए उन्हीं क्षेत्रों में कैबिनेट मीटिंग आयोजित की जाएगी। खजुराहो में आयोजित कैबिनेट बैठक इसी दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।