क्या प्रवर्तन निदेशालय ने भोपाल में धन शोधन मामले में की कार्रवाई?

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क्या प्रवर्तन निदेशालय ने भोपाल में धन शोधन मामले में की कार्रवाई?

सारांश

भोपाल में प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले में बड़ी कार्रवाई की है। शोभित त्रिपाठी समेत कई संदिग्धों के खिलाफ छापे मारे गए हैं। क्या यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देगी? जानें इस मामले की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • ईडी ने भोपाल में धन शोधन के मामले में कार्रवाई की।
  • शोभित त्रिपाठी और सहयोगियों के खिलाफ छापे मारे गए।
  • 21.7 लाख रुपए के बैंक खाते फ्रीज किए गए।
  • जांच में बड़ी गड़बड़ियों का खुलासा हुआ।
  • आगे की कार्रवाई जारी है।

भोपाल, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के मामले में भोपाल में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। ईडी ने 3 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के भोपाल, विदिशा, कटनी और छतरपुर जिलों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत कई तलाशी अभियान चलाए।

यह तलाशी अभियान जनपद पंचायत सिरोंज के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) शोभित त्रिपाठी और अन्य संदिग्धों के खिलाफ सात स्थानों पर संचालित किया गया। इस कार्रवाई के दौरान संपत्ति के दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की गई। इसके साथ ही, शोभित त्रिपाठी और उनके सहयोगियों के 21.7 लाख रुपए के बैंक खाते और म्यूचुअल फंड को फ्रीज कर दिया गया।

ईडी ने यह जांच आर्थिक अपराध शाखा, भोपाल द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर प्रारंभ की, जिसमें शोभित त्रिपाठी और अन्य पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत आरोप लगाए गए थे। जांच में पता चला कि त्रिपाठी ने अपने पद का दुरुपयोग कर डेटा एंट्री ऑपरेटरों योगेंद्र शर्मा और हेमंत साहू के साथ मिलकर मध्य प्रदेश सरकार की विवाह सहायता योजना में गंभीर गड़बड़ी की। योजना के तहत 2019 से नवंबर 2021 तक 5923 संदिग्ध विवाहों के नाम पर लगभग 30.18 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई।

ईडी की जांच से स्पष्ट हुआ कि त्रिपाठी ने जाली दस्तावेज तैयार किए और पोर्टल पर फर्जी जानकारी अपलोड कर निर्माण श्रमिकों के लिए आवंटित धन को अपात्र व्यक्तियों के बैंक खातों में हस्तांतरित किया। इस धन को बाद में एटीएम के जरिए कई किश्तों में निकाला गया और त्रिपाठी, उनके परिवार और संबंधित व्यक्तियों के खातों में जमा किया गया।

अपराध से अर्जित आय को वैध दिखाने के लिए त्रिपाठी ने अपने रिश्तेदारों और उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खातों का उपयोग किया। इस राशि का उपयोग विभिन्न भुगतानों, शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और अचल संपत्तियों में निवेश के लिए किया गया। ईडी ने इस मामले में गहन जांच प्रारंभ की है और आगे की कार्रवाई जारी है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक आवश्यक कदम है। यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग न हो और जनता के पैसे का सही उपयोग हो। इस प्रकार की कार्रवाई से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाता है।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भोपाल में किस मामले में कार्रवाई की?
ईडी ने धन शोधन मामले में भोपाल में कार्रवाई की है, जिसमें कई संदिग्धों के खिलाफ छापे मारे गए हैं।
शोभित त्रिपाठी पर क्या आरोप हैं?
शोभित त्रिपाठी पर मध्य प्रदेश सरकार की विवाह सहायता योजना में धोखाधड़ी करने का आरोप है।
ईडी ने कितने स्थानों पर छापे मारे?
ईडी ने भोपाल, विदिशा, कटनी और छतरपुर जिलों में छापे मारे।
ईडी की जांच का आधार क्या है?
ईडी की जांच का आधार आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी है।
इस मामले में आगे की कार्रवाई क्या होगी?
ईडी ने मामले में गहन जांच शुरू की है और आगे की कार्रवाई जारी है।