क्या 'हर घर स्वदेशी' अभियान भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा? भूपेंद्र चौधरी का बयान

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क्या 'हर घर स्वदेशी' अभियान भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा? भूपेंद्र चौधरी का बयान

सारांश

भूपेंद्र चौधरी ने 'हर घर स्वदेशी' अभियान की शुरुआत की घोषणा की है। इस अभियान का लक्ष्य देश के आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है। जानिए कैसे यह पहल भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगी।

Key Takeaways

  • 'हर घर स्वदेशी' अभियान की शुरुआत हुई है।
  • भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है।
  • आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें।
  • महिला उद्यमियों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
  • भारत रक्षा क्षेत्र में अब निर्यातक बन चुका है।

लखनऊ, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सोमवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 'जीएसटी बचत उत्सव' अभियान और 'मेक इन इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए पार्टी के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि 'हर घर स्वदेशी' अभियान की शुरुआत हो चुकी है और भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।

भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "भाजपा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती तक, तीन महीने के लिए 'हर घर स्वदेशी' नामक एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के आह्वान को जन-जन तक पहुंचाना है।"

उन्होंने आगे कहा, "कोविड संकट से लेकर अब तक भारत ने यह साबित किया है कि कठिन परिस्थितियों में भी आत्मनिर्भरता ही राष्ट्र की ताकत है। मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा और पूजा सामग्री जैसे क्षेत्रों में भारत अब एक विश्व केंद्र बन रहा है।"

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' की नीतियों के चलते विदेशी निवेश भारत की ओर आकर्षित हो रहा है, जो देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर ले जा रहा है। कृषि क्षेत्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्राकृतिक खेती और डिजिटल खेती जैसे सरकारी प्रयासों की प्रशंसा की जा रही है।

चौधरी ने आगे बताया कि स्वरोजगार और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने से अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है और आज भारत एक स्टार्टअप नेशन बन चुका है। आत्मनिर्भर भारत में नारी शक्ति को केंद्र में रखा गया है और महिला उद्यमियों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

भूपेंद्र चौधरी ने रक्षा क्षेत्र में भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब हथियार आयात करने वाला नहीं, बल्कि निर्यात करने वाला राष्ट्र बन चुका है। आत्मनिर्भर भारत केवल देश को ही आत्मनिर्भर नहीं बना रहा, बल्कि इसे एक विश्वसनीय वैश्विक साझेदार भी बना रहा है।

उन्होंने बताया कि खादी का कारोबार 71 हजार करोड़ से बढ़कर अब 1.70 लाख करोड़ रुपए हो गया है। मोबाइल फोन निर्माण में भी बड़ा उछाल आया है। 2014 में केवल दो कंपनियां थीं, जबकि आज 300 से अधिक फैक्ट्रियां हैं और 99.20 प्रतिशत मोबाइल 'मेड इन इंडिया' हैं। खिलौनों के आयात में 52 प्रतिशत की कमी आई है और भारत ट्रैक्टर निर्माण में विश्व में नंबर वन है।

भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को 'हर घर स्वदेशी' अभियान के तहत घर-घर जाकर स्वदेशी के स्टिकर लगाने का निर्देश दिया और लोगों को स्वदेशी वस्तुएं खरीदने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा।

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य स्वदेशी को जन आंदोलन और राष्ट्रीय आंदोलन में बदलना है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे केंद्र सरकार की नीतियों पर विश्वास रखें, जिनके कारण भारत तेजी से विश्व की चौथी और सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन चुका है और हम जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं।

Point of View

बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा। ऐसे प्रयासों से भारत की वैश्विक स्थिति में सुधार होगा, जो कि एक सकारात्मक दिशा में है।
NationPress
29/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'हर घर स्वदेशी' अभियान सिर्फ भाजपा का है?
यह अभियान सभी भारतीय नागरिकों के लिए है, जिसका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है।
भारत कब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है?
अगर यह अभियान सफल होता है, तो भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
'हर घर स्वदेशी' अभियान का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करना है।
क्या यह अभियान किसानों के लिए भी फायदेमंद होगा?
हाँ, यह अभियान किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम में क्या शामिल है?
इस कार्यक्रम में स्वदेशी उत्पादों के प्रचार-प्रसार, स्थानीय उत्पादों के समर्थन और आत्मनिर्भरता के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।